रीवा में छात्रा की संदिग्ध मौत : रील बनाते वक्त चली गोली या कुछ और? जांच में जुटी पुलिस, इलाके में सनसनी

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। जिले से इस वक्त बड़ी खबर सामने आई है। बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा की गोली लगने से संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मामला तब उजागर हुआ जब परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि छात्रा अपने ननिहाल आई हुई थी और उसी दौरान यह हादसा हुआ। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि छात्रा सोशल मीडिया के लिए रील बना रही थी, तभी कनपटी पर गोली लगने से उसकी मौत हो गई। हालांकि गोली कैसे और किससे चली, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है।
पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है। घटना के संबंध में मृतका के पिता क्षणधे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि उनकी पुत्री माही सिंह बघेल बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा है जो बीते दिनों परिवार के साथ ननिहाल गई हुई थी। बताया गया कि बुधवार की शाम तकरीबन 4 बजे ननिहाल में ही घर के भीतर गोली लगने से छात्रा की मौत हो गई। परिवारजनों की माने तो छात्रा घटना के वक्त घर पर अकेली थी। जबकि परिवार के सभी सदस्य एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। इसी बीच यह घटना हुई है।
घटना का विवरण :
घटना रीवा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र स्थित ग्राम भूसौर का है। है, जहां मृतका अपने ननिहाल में रह रही थी। परिवार के मुताबिक, छात्रा कमरे में मोबाइल से वीडियो बना रही थी, तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई। जब परिजन कमरे में पहुंचे तो छात्रा लहूलुहान हालत में पड़ी थी। कनपटी में गोली लगी थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई :
मामले की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मौके से एक देसी कट्टा भी बरामद हुआ है। फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि गोली दुर्घटनावश चली या किसी ने चलाई। एसपी विवेक सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफएसएल टीम को भी मौके पर भेजा है।
इलाके में सनसनी :
इस सनसनीखेज वारदात के बाद इलाके में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां नशे और अवैध हथियारों का बोलबाला है, और पुलिस इस पर कभी सख्ती नहीं कर पाती। रीवा जिले में पहले भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन ना पुलिस की कार्रवाई असरदार होती है और न ही जिम्मेदार नेताओं की जुबान खुलती है।
विधायकों और नेताओं पर सवाल :
रीवा जिले में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं। पूरे विंध्य में कोरेक्स, गांजा और कट्टे की खुलेआम बिक्री हो रही है। जनप्रतिनिधि सिर्फ मंचों से भाषण देते हैं लेकिन ज़मीन पर नशा और अपराध की आग धधक रही है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, सांसद जनार्दन मिश्रा, और अन्य नेता तमाशबीन बने हुए हैं। न पुलिस जाग रही है, न प्रशासन और न ही जनप्रतिनिधि।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल :
रीवा पुलिस आए दिन दावा करती है कि अवैध हथियार, नशे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, लेकिन हर दिन नई घटनाएं इस दावे की पोल खोल देती हैं। इस घटना ने फिर साबित कर दिया कि पुलिसिंग व्यवस्था कितनी कमजोर है और असल अपराधियों तक पहुंचने में कितना वक्त लगाया जाता है।
ये सवाल उठ रहे हैं :
- गोली आखिर चली कैसे?
- देसी कट्टा घर में कैसे पहुंचा?
- रील बनाते वक्त हथियार हाथ में क्यों था?
- अब तक असली आरोपी कौन है?
- 8 विधायकों और रीवा के जनप्रतिनिधियों की चुप्पी क्यों?
📌 ये मामला सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि बिगड़ती व्यवस्था का सबूत है। अगर अब भी पुलिस और प्रशासन नहीं जागा, तो ये आग और भी फैल सकती है।