विंध्य का धुआंधार लोगों के आकर्षण का बना केंद्र, जाने विंध्य के धुआंधार की खास वजह

 
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रीवा। मध्‍यप्रदेश अपनी सांस्‍कृतिक, सामाजिक और एतिहासिक विरासत के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, साथ ही प्रदेश की भौगोलिक स्थिति इसे पर्यटन के लिए लिहाज से भी आकर्षक बनाती है, प्रदेश में कई ऐसे प्राकृतिक स्‍थल है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। प्रदेश के हर जिले में खुबसूरत प्राकृतिक स्‍थल मौजूद हैद्य वहीं मानसून का मौसम इन्‍हे और भी आकर्षक बना देता है।

विंध्‍यांचल में है प्राक़तिक नजारे
प्रदेश का विंध्‍यांचल अपने में प्राक़तिक सुंदरता को समेटे हुए हैं, अंचल में ऐसे कई स्‍थल है जो काफी प्रसिद्ध है। विंध्‍य को सफेद बाघ की धरती भी कहा जाता है। वहीं विंध्‍यांचल कर रीवा भी अपने खुबसूरत वाटरफाल्‍स के लिए जाना जाता है। यहां बड़ी संख्‍या में पर्यटक पहुंचते हैं। यदि आपकों भी ऐसी ही प्राकृतिक स्‍थलों पर जाना पसंद है तो आपका रीवा जरूर जाना चाहिए। रीवा के एक ऐसे ही वाटर फाल के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।

चचाई वाटरफाल
वैसे तो रीवा में कई वाटरफाल्‍स है, लेकिन चचाई वाटर फाल की खासियत इसे अन्‍य वाटर फाल्‍स से अलग बनाती है। बारिश के दिनों में यहां की खुबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। चचाई वाटर फाल भारत का 25वां सबसे ऊंचा वाटर फाल है, जबकि यह मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे ऊंचा वाटर फाल है। चचाई वाटर फाल की खूबसूरती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु भी इसकी तारीफ कर चुके हैं।

कहां स्थित है चचाई वाटर फाल?
प्राकृतिक सुंदरता से भरा चचाई वाटर फाल रीवा से करीब 40 किलामीटर दूर सिरमौर में बिहड़ नदी पर स्थित है, इसकी ऊंचाई करीब 430 फीट यानी 130 मीटर है। वाटर फाल का आनंद लेने के लिए यहां बड़ी संख्‍या में लोग आते हैं। बारिश का मौसम यहां घूमने के लिए काफी अच्‍छा माना जाता है।

चचाई वाटर फाल के लिए मार्ग?
सड़क मार्ग
रीवा से चचाई वाटर फाल का सीधा रास्‍ता मौजूद है। जिसके जरिए सड़क मार्ग से भी सीधे यहां पहुंचा जा सकता है।

रेल मार्ग
चचाई वाटर फाल तक रेल मार्ग के जरिए पहुंचने के लिए रीवा या सतना रेलवे स्‍टेशन पहुंचा जा सकता है। यहां से सेमरिया तक रेल सुविधा उपलब्‍ध है। सेमरिया से दस किमी दूर ही चचाई वाटरफाल स्थित है।

हवाई मार्ग
रीवा में फिलहाल एयरपोर्ट नहीं है, ऐसे में रीवा के निकट स्थित जबलपुर और खजुराहो तक हवाई मार्ग से जाया जा सकता है और यहां पहुंचने के बाद रेल या सड़क मार्ग से चचाई वाटर फाल पहुंचा जा सकता है।

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