शराब कंपनी के मुनीम की हत्या का मामला : सतना सेंट्रल जेल में बनी थी प्लानिंग, वारदात में कुल 11 आरोपी शामिल थे, 6 बदमाश यूपी से आए

 
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MP/ SATNA NEWS : मध्यप्रदेश के सतना में शराब कंपनी के मुनीम की हत्या और 22 लाख रुपए की लूट के मामले का खुलासा हो गया है। इस सनसनीखेज वारदात में यूपी के शूटर शामिल थे। खास बात ये है कि लूट की प्लानिंग सतना सेंट्रल जेल में बनी थी। यहां बंद एक अपराधी ने जेल से निकलने के बाद लोकल सपोर्ट जुटाया। फिर यूपी के अपने साथियों को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया था। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपियों की मदद करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

6 मार्च को दिनदहाड़े हुई इस वारदात का खुलासा करते हुए बुधवार को एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात में शामिल सतना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए आरोपियों के नाम मनीष सिंह बरगाही (24) पिता अमरजीत बरगाही, गौरव सिंह बरगाही (28) पिता सतीश सिंह बरगाही, दीप नारायण उर्फ दीपक पांडेय (32) पिता आदित्य पांडेय हैं। ये तीनों ही वारदात में सहयोगी की भूमिका में रहे हैं।

लूट की प्लानिंग यूपी के शातिर अपराधी जिलेदार सिंह उर्फ जेडी ने रामपुर के अपराधी दीपक सिंह पटेल उर्फ दीपू के साथ मिलकर बनाई। मनीष सिंह ने जेडी और यूपी से आए उसके शूटर साथियों को रैगांव स्थित अपने घर में ठहराया था। उनके खाने-पीने का बंदोबस्त गौरव बरगाही ने किया था, जबकि दीपनारायण ने रेकी में मदद की थी और घटनास्थल पर बैकअप सपोर्ट के लिए मौजूद रहा था।

जेल में जिलेदार उर्फ जेडी ने बनाई थी प्लानिंग

शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर नगदी लूटने की प्लानिंग यूपी के शातिर बदमाश जिलेदार सिंह उर्फ जेडी ने बनाई थी। जेडी ने साल 2014 में सतना के अमदरा में हत्या और लूट के साथ ही नादन में बैंक डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में वह सतना जेल में बंद था, जहां उसकी मुलाकात दीपक पटेल से हुई थी। दीपक के साथ जेल में ही उसने बाहर निकलने के बाद बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी।

जेडी ने दीपक से संपर्क किया और उसके ढाबे में कई दिनों तक रुका रहा। दीपक ने लोकल सपोर्ट के लिए लोगों का इंतजाम किया। जेडी ने 5 साथी यूपी से बुलाए, जिनमें से 2 ट्रेन से आए, जबकि 3 सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार (नंबर UP 14 CC 7730) से सोहागी पहाड़ और रीवा के रास्ते सतना पहुंचे। इन सभी को राहुल जायसवाल के घर पर ठहराया गया था।

दो दिन रेकी की, दो बाइकें लूटी

बदमाशों ने 2 और 3 मार्च को शराब कंपनी की कैश वैन की रेकी की और 4 और 5 मार्च को अमरपाटन और कोटर क्षेत्र में कट्टे की नोक पर दो बाइक लूटीं। जिसका इस्तेमाल वारदात में किया गया, ये बाइक बाद में रैगांव के सिंहपुर और सोनौर कोठी मोड पर लावारिस पड़ी मिलीं। वारदात के बाद आरोपी यूपी से आई स्विफ्ट डिजायर कार से चित्रकूट, बरगढ़ और प्रयागराज होते हुए केराकत जौनपुर भाग गए। पुलिस ने बताया कि आनंद सागर ने लोटस सिटी के पास बाईपास पर खड़े रहकर कैश वैन की लोकेशन सुभाष यादव को फोन पर दी थी और फिर वही से वह उस जगह के लिए बढ़ गया था, जहां जेडी और अन्य शूटर वारदात के बाद पहुंचने वाले थे।

यूपी के शूटर्स ने मारी थी गोली

सेंट्रल बैंक के सामने शराब कंपनी के मुनीम संजय सिंह को गोली मारने वाले पांचों आरोपी यूपी के थे। जेडी ने पगड़ी बांध कर अपने लंबे बाल और दाढ़ी को छिपा रखा था। वह पल्सर में 2 अन्य लोगों के साथ बीच मे बैठा था, जबकि उसके दो साथी अन्य बाइक पर थे।

CCTV फुटेज से मिली लोकेशन

एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाना शुरू हुए तो 2 और 3 मार्च को कैश वैन के साथ चलती स्विफ्ट डिजायर नजर आई। पतासाजी हुई तो पता चला कि कार रैगांव में मनीष सिंह के यहां देखी गई है। उधर बैंक और आसपास के फुटेज के आधार पर आरोपियों के स्कैच बनवाए गए थे। पुलिस मनीष सिंह तक पहुंची तो कड़ियां जुड़ती गईं।

एसपी ने बताया कि जेडी समेत 6 आरोपियों की धरपकड़ के लिए सतना पुलिस की एक टीम जौनपुर में डेरा डाले हुए है। जौनपुर पुलिस के सहयोग से उनकी तलाश की जा रही है। एसपी ने दावा किया कि जल्दी ही अन्य फरार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।

वारदात में कुल 11 आरोपी शामिल थे, 6 बदमाश यूपी से आए

एसपी गुप्ता ने बताया कि वारदात में 11 आरोपी शामिल थे। जिनमें सतना के 2 आरोपी राहुल जायसवाल (22) पिता बद्री जायसवाल और दीपक सिंह पटेल उर्फ दीपू (28) पिता राजेन्द्र उर्फ भूरा सिंह अभी फरार हैं।

पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने 6 अपराधी यूपी के केराकत, जौनपुर से आए थे। सरगना जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ छोटू यादव (35) पिता मुरली यादव निवासी जेंडलपुर थाना महाराजागंज जिला जौनपुर उत्तर प्रदेश है। उसने अपने साथी सुभाष यादव (35) पिता घुरहू यादव, शिवम उर्फ पोनू सरोज (23) पिता सत्यदेव सरोज, आनंद सागर यादव, नीलेश उर्फ नीलू (22 )यादव पिता जनार्दन यादव और अभिषेक निषाद (23) पिता विनोद निषाद को सतना बुलाया था।

सभी पुराने अपराधी

यूपी में अभिषेक निषाद के खिलाफ 5, सुभाष यादव के खिलाफ 13 और जेडी के खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं। जेडी पर सतना में भी हत्या - लूट के 2 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा दीपनारायण उर्फ दीपक पांडेय पर 4, गौरव बरगाही पर 3, दीपक पटेल पर 9, मनीष बरगाही पर 2 और राहुल जायसवाल पर 6 मुकदमे सतना जिले के थानों में दर्ज हैं।

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                                                                                                      बुधवार को एसपी आशुतोष गुप्ता ने लूट और हत्या की इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर दिया।
खुलासा करने में शामिल पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित

सतना की इस वारदात के खुलासे में सीएसपी महेंद्र सिंह, टीआई अनिमेष द्विवेदी, टीआई अर्चना द्विवेदी, सुदीप सोनी, साइबर सेल रीवा के वीरेंद्र पटेल, सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, दीपेश, उपेंद्र राजपूत, कोतवाली प्रभारी आरपी त्रिपाठी, रामपुर थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी, आशीष धुर्वे, शैलेन्द्र पटेल, राशिद परवेज, एएसआई सोनल झा, वीरेंद्र सिंह और कृष्णा यादव इंदौर को एडीजी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

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