Sidhi News : रेत माफिया की दबंगई: थाने में शिकायत के बाद महिला, भाई और बच्चे पीटे गए

 
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सीधी, मध्यप्रदेश। खनिज माफियाओं के खिलाफ आवाज़ उठाना एक परिवार को इस कदर भारी पड़ा कि उन्हें अब अस्पताल के बिस्तरों पर ज़िंदगी और इंसाफ के बीच जूझना पड़ रहा है। सीधी जिले के खड़बड़ा थाना अमिलिया क्षेत्र में रहने वाली शांति वितारी और उनके परिवार पर दबंगों ने बेरहमी से हमला कर दिया, क्योंकि उन्होंने माफियाओं की हरकतों की शिकायत पुलिस और खनिज विभाग से की थी।

हमले में महिला के दोनों हाथ टूटे, बच्चों के हाथ फैक्चर
शांति वितारी अपने भाई हीरा तिवारी, बेटी रेखा और बेटे प्रिंस के साथ जब उचित मूल्य की दुकान से राशन लेकर लौट रही थीं, तभी पहले से घात लगाए बैठे दबंगों ने उन पर हमला कर दिया।
लाठी-डंडों से हुए इस हमले में महिला के दोनों हाथ टूट गए, भाई का सिर फट गया, और बच्चों की उंगलियां और हाथों में गंभीर चोटें आई हैं।

हमलावर हैं खनिज माफिया से जुड़े, पहले भी की थी छेड़छाड़
पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपियों ने कुछ समय पहले बीच रास्ते में छेड़छाड़ और अश्लीलता भी की थी, जिसकी शिकायत सीधी महिला थाना में दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने उस वक्त कोई ठोस कदम नहीं उठाया। मामला जब खनिज विभाग और पुलिस के संयुक्त अभियान में आरोपियों के वाहन जब्त होने तक पहुंचा, तब रंजिश गहरी हो गई।

पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता बनी हमले की वजह?
परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो आज यह घटना नहीं होती।
हमलावरों में शामिल मंगलेश्वर द्विवेदी के खिलाफ पहले भी शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन उन्हें रोकने में प्रशासन नाकाम रहा है।

इलाज रीवा के संजय गांधी अस्पताल में जारी
घायलों में महिला और उसके बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें सीधी से रीवा मेडिकल कॉलेज (संजय गांधी अस्पताल) रेफर किया गया है। वहीं, भाई का इलाज सीधी में चल रहा है।

❗ अब सवाल उठता है:
क्या खनिज माफिया इतने ताकतवर हो चुके हैं कि अब वे परिवारों को खुलेआम सज़ा देने लगे हैं?

पुलिस और प्रशासन की चुप्पी इस गुंडागर्दी को बढ़ावा नहीं दे रही?

महिला सुरक्षा और शिकायतकर्ता की रक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?

इस पूरे मामले में अब प्रशासन की जवाबदेही तय करना जरूरी है। वरना खनिज माफिया इसी तरह कानून को ठेंगा दिखाकर निर्दोषों को शिकार बनाते रहेंगे।

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