Sidhi Viral Video : चुरहट थाना प्रभारी का गुंडई करते वीडियो वायरल : 1 वर्ष की रुकी वेतन वृद्धि, दो सगे भाइयों को बाल पकड़कर गाड़ी में बैठाते दिखें

सीधी जिले के चुरहट थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा का एक वीडियो सोमवार को सामने आया है। वीडियो में वो तेज आवाज में डीजे बजाने पर दो सगे भाइयों को बाल पकड़कर गाड़ी में बैठाते दिख रहे हैं। वाकया 31 जनवरी शाम करीब 4 बजे का है। पुलिस कॉलोनी के पास पीएचई विभाग से रिटायर हुए गणपत पटेल की विदाई पार्टी चल रही थी।
हिरासत में लिए गए दोनों युवक प्रकाश और आर्यन, गणपत पटेल के बेटे हैं। थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा के मुताबिक कुछ युवक पिकअप (MP-53 GA 3815) में तेज आवाज में डीजे बजा रहे थे। जब पुलिस कॉलोनी में रहने वाले एक कॉन्स्टेबल ने शोर कम करने का अनुरोध किया, तो नशे में धुत युवकों ने न केवल उनकी बात नहीं मानी बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की।
युवक पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने लगे, तब थाने से अतिरिक्त बल बुलाकर आरोपियों को हिरासत में लिया गया। थाना प्रभारी का कहना है कि वीडियो एडिट किया गया है। इसमें पूरी घटना का सिर्फ एक हिस्सा दिखाया जा रहा है।
पिता बोले- मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा
युवकों के पिता गणपत पटेल ने बताया कि कुछ लोग ज्यादा उत्साहित हो गए थे। जिसकी वजह से उन्होंने डीजे तेज आवाज में बजा दिया। इसी को लेकर थाना प्रभारी ने कार्रवाई की है। हालांकि मैं उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा, पर उन्होंने मेरी नहीं सुनी और कहा कि मैं कार्रवाई करूंगा।
कांग्रेस बोली- TI साहब की नींद में खलल डाली
सोमवार को इस मामले में कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है। पोस्ट में लिखा है- चुरहट में एक टीआई साहब हैं - मिश्रा "जी"। बिल्कुल वैसे ही, जैसे फिल्मों में होते हैं, - सिंघम "सर" - चुलबुल पांडे "जी"। पीएचई विभाग के पटेल जी जब सेवानिवृत्त हुए, तो उनकी सेवा से प्रसन्न गांव वालों ने विदाई में डीजे बजा दिया! परिवार के साथ, कुछ विभाग वाले भी जुट गए!
बजते हुए डीजे ने टीआई "साहब" की नींद में खलल डाल दिया। लाल आंखें लेकर "बंगले" से बाहर आए, गुस्साए साहब ने डीजे वालों को बंद कर दिया।! बाहर/अंदर मार-पीट दिया। रिटायर्ड बुजुर्ग इंसान हाथ जोड़े खड़े रहे, लेकिन मिश्रा "जी" का मन नहीं बदला।
यदि ऐसी सख्ती गुंडों के खिलाफ हो, तो मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था रातों-रात सुधर जाए। मुख्यमंत्री बनाम गृहमंत्री बनाम पर्यटन मंत्री जी, फोर्स के टैलेंट को पहचानो। कंफ्यूजन हो, तो एक टैलेंट सर्चिंग कैंपेन चला दो। लगाम कहां लगानी है, अब तो थोड़ा दिमाग लगा लो।