Sidhi viral video : नशे की हालत में आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करते BJP नेता का वीडियो वायरल, NSA की कार्यवाही सहित गिरेगा घर

 
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Sidhi viral video : इंटरनेट मीडिया पर मानवता को शर्मसार करने वाला एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। एक आदिवासी युवक के ऊपर नशे की हालत में लघुशंका करने वाले सीधी (मप्र) के तथाकथित विधायक प्रतिनिधि व भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है।मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लेकर आरोपित पर एनएसए के अंतर्गत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वायरल जानकारी के अनुसार आरोपि‍त युवक के घर के घर को बुलडोजर से ध्‍वस्‍त करने की तैयारी की जा रही है। बड़ी संख्‍या में पु‍ल‍िस बल आरेापित के घर पहुंच गया है। आरोप‍ित के परिजनों को पूछताछ के ल‍िए पुलिस थाने लाया गया है।

आरोप‍ित की गिरफ्तारी के प्रयास
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुलता पटले ने कहा कि प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। घर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। आरोपित का घर गिराना तय माना जा रहा है जिसके लिए कार्रवाई की जा रही है। प्रवेश शुक्ला के स्वजन को पूछताछ के लिए बहरी थाना लाया गया है ताकि पुलिस आरोपित को पकड़ने में सफल हो सके। घर गिराने की कार्रवाई आज देर रात तक या फिर सुबह हो सकती है। पुलिस पूरे मामले को लेकर चौकन्ना है।

कुबरी गांव का बताया जा रहा वीडियो
वीडियो करीब एक सप्ताह पहले कुबरी गांव का बताया जा रहा है। युवक के खिलाफ सीधी के बहरी थाने में धारा 323, 123, 294, 506 आइपीसी और एनएसए के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।

मामले की जांच आरंभ
पुलिस अधीक्षक डा. रवींद्र वर्मा ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुलता पटले के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जांच आरंभ कर दी गई है।

सीधी विधायक बोले-मेरा लेनादेना नहीं
उधर, सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि वीडियो में जो व्यक्ति स्वयं को मेरा प्रतिनिधि बता रहा है, वह न भाजपा का कोई पदाधिकारी है और न ही मेरा प्रतिनिधि। मेरा उस व्यक्ति से कोई लेना देना नहीं है। यह अमानवीय कृत्य है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

भाजपा जिलाध्यक्ष का भी इनकार
भाजपा जिलाध्यक्ष देव कुमार सिंह ने भी कहा कि प्रवेश शुक्ला भाजपा में न कोई पदाधिकारी और न ही कोई कार्यकर्ता। उससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। इंटरनेट मीडिया पर इस वीडियो के अलावा सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के बेटे गुरुदत्त शरण शुक्ला के जन्मदिवस पर शुभकामना के पोस्टर पर भी प्रवेश शुक्ला दिखाई पड़ रहा है। इस पोस्टर पर प्रवेश को सीधी विधायक प्रतिनिधि बताया गया है। एक अन्य फोटो भी वायरल हो रहा है, जिसमें प्रवेश एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, विधायक केदारनाथ शुक्ला, जनपद अध्यक्ष सीधी धर्मेंद्र सिंह परिहार के साथ दिखाई दे रहा है।

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अब शपथ पत्र देकर मामले को दबाने का प्रयास
इंटरनेट मीडिया पर पीड़ित का एक शपथ पत्र भी वायरल हो रहा है। इसमें उसने उल्लेख किया है कि इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो फर्जी और झूठा है तथा प्रवेश शुक्ला स्वच्छ छवि के नेता हैं।

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मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि मेरे संज्ञान में सीधी जिले का एक वायरल वीडियो आया है। मैंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अपराधी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई कर एनएसए भी लगाया जाए। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने ट्वीट कर लिखा कि सीधी जिले में हुई अमानवीय घटना की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। प्रदेश में अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

वायरल वीडियो में आरोपित को सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला का आईटीआई कॉलेज का विधायक प्रतिनिधि बताए जाने पर विधायक पुत्र गुरुदत्त शरण शुक्ल मालिक ने कहा है कि यह भाजपा का पदाधिकारी नहीं है और इनसे पहले ही इस्तीफा ले लिया गया था।

भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति का भारतीय जनता पार्टी से कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस नेता अरुण यादव और दीपक जोशी ने ट्वीट कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस ने कहा कि सीधी जिले में आदिवासी युवक पर लघुशंका की घटना से प्रदेश शर्मसार हुआ

आदिवासी युवक पर लघुशंका करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने पर कांग्रेस ने भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाया कि यही उसका असली चेहरा है, जो आदिवासी विरोधी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि ऐसी गिरी हुई हरकत का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। इस घटना ने पूरे प्रदेश को शर्मसार किया है। दोषी व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाए।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मामले की लीपापोती में जुट गई है। घटना प्रकाश में आने पर शपथ पत्र सार्वजनिक किए जा रहे हैं। जबकि, वास्तविकता यह है कि भाजपा से जुड़े व्यक्ति ने आदिवासी वर्ग के व्यक्ति के साथ अमानवीय कृत्य किया है। इसे दबाने के स्थान पर ऐसी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे पूरे प्रदेश में संदेश जाए।

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