Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती के दिन जरूर करे ये उपाय ,बजरंगबली की विशेष कृपा मिलती है

 
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Hanuman Jayanti 2024 wishes Puja Vidhi Mantra in Hindi: आज हनुमान जन्मोत्सव का पर्व है। आज के दिन हनुमंत उपासना और साधना करने से बजरंगबली की विशेष कृपा मिलती है। ऐसी मान्यता है कि प्रतिदिन रामभक्त हनुमान की पूजा, उपासना और चालीसा का पाठ करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

हनुमानजी की आराधना करने से मिलती हैं अष्ट सिद्धि और नव निधि

हनुमान चालीसा का पाठ करने पर एक चौपाई आती है ‘अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता, असवर दीन जानकी माता’। शास्त्रों में बताया गया है कि माता सीता ने हनुमानजी को आठ सिद्धियां और नौ निधियां का आशीर्वाद दिया था।

हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करने के लाभ

हनुमान जी को सिंदूर बेहद प्रिय है। इसे चढ़ाने के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ माना गया है। हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से जीवन में भूत-पिशाच, शनि व ग्रह बाधा,रोग-शोक,कोर्ट-कचहरी के विवाद, दुर्घटना या कर्ज,चिंता आदि परेशान नहीं करते।

Hanuman Mantra: हनुमानजी को प्रसन्न करने के चमत्कारी मंत्र

कलयुग के देवता हनुमान जी जल्द प्रसन्न होने वाले भगवान हैं। हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ मंत्रों का जाप भी लाभकारी माना जाता है।

  • ॐ हं हनुमंते नम:
  • ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।
  • ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
  • ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा ।
  • ॐ ऋणमोचन हनुमते नमः ।

Hanuman Jayanti 2024: भगवान हनुमान को इंद्रदेव से मिला ये वरदान

शास्त्रों के अनुसार इंद्र और हनुमान जी के बीच हुए युद्ध में इंद्र ने हनुमान जी को यह वरदान दिया था कि भविष्य में कभी उनके वज्र का असर बजरंगबली पर नहीं होगा।
 
Hanuman Chalisa Paath: जानें हनुमान चालीसा के पाठ से फायदे

आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है और आज रामभक्त हनुमान का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। हनुमानजी कलयुग के देवता हैं और जल्द प्रसन्न होने वाले भगवान हैं। हनुमान जी को अष्ट सिद्धि और नौ निधि के दाता के रूप में जाना जाता है। हनुमान चालीसा में वीर हनुमान को प्रसन्न करने के लिए सबसे सरल और शक्तिशाली स्तुति है। इसकी हर चौपाई अलग अलग रूप से शक्तिशाली है। जीवन की हर समस्या का समाधान हनुमान चालीसा द्वारा किया जा सकता है।

  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
  • आत्मविश्वास में वृद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय से मिलती है मुक्ति।
  • अगर व्यक्ति के जीवन में आर्थिक परेशानियां चल रही हों तो नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें आर्थिक मुश्किलें दूर हो जाती हैं।
  • रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने विध्न होते हैं दूर।
  • रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से नकारात्मकता दूर होती है।
  • हनुमान चालीसा का नियमित रूप से पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है।

Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमानजी के नाम के जाप का महत्व

आज हनुमान जयंती के दिन मंगलवार भी है। जो बजरंगबली की आराधना के लिए बहुत ही शुभ और फलदायी माना गया है।हनुमान जी के 108 नाम है। उनमें से प्रमुख 12 नाम हैं। ग्रंथों के अनुसार जो व्यक्ति इन 12  नामों का स्मरण करता है, तो उसके सारे दुःख, सारी तकलीफें और समस्याओं का अंत होता है। जो व्यक्ति नित्य नियम से हनुमान जी का नाम लेते हैं, उन्हें इष्ट की प्राप्ति होती है। हनुमान, अंजनीसुत, वायुपुत्र, महाबल, रामेष्ट, फाल्गुनसखा, पिंगाक्ष, अमितविक्रम, उदधिक्रमण, सीताशोकविनाशन, लक्ष्मण प्राणदाता, दशग्रीवदर्पहा

Hanuman Jayanti 2024: हनुमंत उपासना के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ

मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ माना गया है। बजरंगवली को चोला चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती और ढैया से मुक्ति मिलती है। जो भक्त हनुमानजी को विधि-विधान से चोला चढ़ाते हैं उसके जीवन में भूत-पिशाच,शनि व ग्रहबाधा, रोग-शोक,कोर्ट-कचहरी के विवाद,दुर्घटना या कर्ज, चिंता आदि परेशान नहीं करते।

Hanuman Jayanti 2024 Date: मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी पूजा का महत्व

शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन ही हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जी की उपासना से सुख, शांति,आरोग्य और लाभ की प्राप्ति होती है और नकारात्मक शक्तियां भी हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करती। हनुमानजी की महिमा और भक्तहितकारी स्वभाव को देखते हुए तुलसीदासजी ने हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा की रचना की थी। इस चालीसा का नियमित या मंगलवार,शनिवार को  पाठ करने के बहुत से चमत्कारी लाभ मिलते हैं। मंगल ,शनि एवं पितृ दोषों से मुक्ति कि लिए भी हनुमान चालीसा का पाठ लाभकारी है।

Hanuman Jayanti 2024 Wishes: अपनों को दें हनुमान जयंती की शुभकामनाएं

जिनके मन में बसे हैं श्रीराम
जिनके तन में हैं श्री राम
जग में हैं वो ही सबसे बलवान
ऐसे प्यारे हैं मेरे हनुमान
जय श्रीराम, जय श्रीराम… जय हनुमान
हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहू को डरना

Hanuman Jayanti : भगवान शंकर से हनुमानजी को मिला वरदान

शंकरजी के अवतार हैं और भोलेनाथ से हनुमान जी को वरदान मिला है कि हनुमान जी को किसी भी अस्त्र से नहीं मारा जा सकता।

Hanuman Arti Lyrics: हनुमान जी क्यों रखते हैं अपने पास गदा

हनुमान जी दुष्टों को संहार और भक्तों की समस्याओं का निदान गदा से करते हैं। हनुमान जी हाथ में हमेशा गदा होती है। क्या आपको ये मालूम है हनुमान जी को गदा कैसे प्राप्त हुई है। दरअसल बजरंगबली को गदा कुबेर देव मिली थी और साथ में ये भी आशीर्वाद दिया कि हनुमान को कभी भी किसी युद्ध में परास्त नहीं किया जा सकता है।

Hanuman Chalisa Paath: भगवान हनुमान को यमराज से मिला वरदान

भूत पिशाच निकट नहि आवै, महावीर जब नाम सुनावै...भगवान हनुमान का नाम लेते ही सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां फौरन ही भाग जाती हैं। धर्मराज यमराज से भी हनुमान जी को वरदान मिला हुआ है, उन्हें कभी भी यमराज का शिकार नहीं होने का वरदान प्राप्त है।
Hanuman Jayanti 2024: कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म, जानिए क्या कहती है पौराणिक कथा

Hanuman Chalisa in Hindi: सूर्यदेव से मिला हनुमान जी को तेज

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान हनुमान को अमरता का वरदान मिला है। हनुमानजी कलयुग में साक्षात और जाग्रत देवता हैं। यह भक्तों की पूजा से जल्दी प्रसन्न होकर हर तरह की मनोकामनाओं का पूरा करते हैं। हनुमान जी भगवान शिव के ग्याहरवें अवतार हैं और उन्हें कई तरह की शक्तियां मिली है। मान्यता है कि सूर्यदेव से हनुमान जी को तेज प्राप्त है। सूर्य देव ने उन्हें अपने तेज का सौवां अंश दिया है इसी कारण हनुमान जी के सामने कोई नहीं टिक पाता।

Hanuman Jayanti 2024: जब हनुमानजी ने अपना सीना चीर दिया...

हनुमानजी आज भी इस धरती पर विचरण करते हैं। हनुमान जी कलयुग के देवता हैं। कलयुग में हनुमान जी की आराधना अत्यंत लाभकारी होती है। नकारात्मक ऊर्जा एवं बुरी शक्तियां हनुमानजी की आराधना करने से भाग जाती हैं। हनुमानजी ने भगवान राम के दिल में ऐसी जगह बनाई कि दुनिया उन्हें प्रभु राम का सबसे बड़ा भक्त मानती है। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान राम के राज्याभिषेक के बाद दरबार में उपस्थित सभी लोगों को उपहार दिए जा रहे थे। इसी दौरान माता सीता ने रत्न जड़ित एक बेश कीमती माला अपने प्रिय हनुमान को दी। प्रसन्न चित्त से उस माला को लेकर हनुमान जी थोड़ी दूरी पर गए और उसे अपने दांतों से तोड़ते हुए बड़ी गौर से माला के मोती को देखने लगे। उसके बाद उदास होकर एक-एक कर उन्होंने सारे मोती तोड़-तोड़ कर फेंक दिए।

यह सब दरबार में उपस्थित लोगों ने देखा तो सब के सब आश्चर्य में पड़ गए। जब हनुमान जी मोती तो तोड़ कर फेंक रहे थे तब लक्ष्मणजी को उनके इस कार्य पर बहुत क्रोध आया,इस बात को उन्होंने श्री राम का अपमान समझा। उन्होंने प्रभु राम से कहा कि ‘हे भगवन, हनुमान को माता सीता ने बेशकीमती रत्नों और मनकों की माला दी और इन्होंने उस माला को तोड़कर फेंक दिया।

जिसके बाद भगवान राम बोले, ‘हे अनुज तुम मुझे मेरे जीवन से भी अधिक प्रिय हो, जिस कारण से हनुमान ने उन रत्नों को तोड़ा है यह उन्हें ही मालूम है। इसलिए इस जिज्ञासा का उत्तर हनुमान से ही मिलेगा। तब राम भक्त हनुमान ने कहा ‘मेरे लिए हर वो वस्तु व्यर्थ है जिसमें मेरे प्रभु राम का नाम ना हो। मैंने यह हार अमूल्य समझ कर लिया था, लेकिन जब मैंने इसे देखा तो पाया कि इसमें कहीं भी राम-नाम नहीं है। उन्होंने कहा मेरी समझ से कोई भी वस्तु श्री राम के नाम के बिना अमूल्य हो ही नहीं सकती। अतः मेरे हिसाब से उसे त्याग देना चाहिए। यह बात सुनकर भ्राता लक्ष्मण बोले कि आपके शरीर पर भी तो राम का नाम नहीं है तो इस शरीर को क्यों रखा है? हनुमान तुम इस शरीर को भी त्याग दो। लक्ष्मण की बात सुनकर हनुमान ने अपना वक्षस्थल नाखूनों से चीर दिया और उसे लक्ष्मणजी सहित सभी को दिखाया, जिसमें श्रीराम और माता सीता की सुंदर छवि दिखाई दे रही थी। यह घटना देख कर लक्ष्मण जी से आश्चर्यचकित रह गए,और अपनी गलती के लिए उन्होंने हनुमानजी से क्षमा मांगी ।

Hanuman Janmotsav 2024 : जानिए कैसे पड़ा हनुमान नाम ?

आज यानी 23 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन हनुमान जन्मोत्सव पर भगवान हनुमान की विशेष रूप से पूजा आराधना की जाती है।  ग्रंथों के अनुसार हनुमान जी के बचपन का नाम मारुति था। उन्हें उनके पिता पवन देव और माता अंजनी के पुत्र के रूप में जाना जाता है। एक दिन पवन पुत्र अपनी निद्रा से जागे तो  उन्हें तीव्र भूख लगी। उन्होंने पास के एक वृक्ष पर लाल पका फल देखा, जिसे खाने के लिए वे निकल पड़े। दरअसल मारुती जिसे लाल पका फल समझ रहे थे वे सूर्यदेव थे। उस दिन अमावस्या का दिन था और राहु सूर्य पर ग्रहण लगाने वाला था, लेकिन जब तक सूर्य को ग्रहण लग पाता, उससे पहले ही हनुमान जी ने सूर्य को निगल लिया। सारे संसार में अन्धकार व्याप्त हो गया। मनुष्य से लेकर सभी देवता तक बड़े व्याकुल हो गए और हनुमानजी को मनाने के लिए आ गए लेकिन, मारुति हठ करके बैठ गए।

सभी देवताओं ने देवराज इंद्र से सहायता मांगी। इंद्रदेव के बार-बार आग्रह करने पर जब हनुमान जी ने सूर्यदेव को मुक्त नहीं किया तो,  इंद्र ने विवश होकर अपने वज्र से मारुति के हनु यानी ठोड़ी पर प्रहार किया, जिससे सूर्यदेव मुक्त हुए। वहीं वज्र के प्रहार से पवन पुत्र मूर्छित होकर पृथ्वी पर आ गिरे और उनकी ठुड्डी टेढ़ी हो गई। जब पवन देवता को इस बात की जानकारी हुई तो वे बहुत क्रोधित हुए। उन्होंने अपनी शक्ति से पूरे संसार में वायु के प्रवाह को रोक दिया, जिसके परिणामस्वरूप पृथ्वी पर जीवों में त्राहि-त्राहि मच उठी।  इस विनाश को रोकने के लिए सारे देवगण पवनदेव से आग्रह करने पहुंचे कि वे अपने क्रोध को त्याग पृथ्वी पर प्राणवायु का प्रवाह करें। सभी देवताओं ने पवन देव की प्रसन्नता के लिए बाल हनुमान को पहले जैसा कर दिया और साथ ही बहुत सारे वरदान भी दिए। देवताओं के वरदान से बालक हनुमान और भी ज्यादा शक्तिशाली हो गए, लेकिन वज्र के चोट से उनकी हनु टेढ़ी हो गई, जिसके कारण उनका एक नाम हनुमान पड़ा।

Hanuman Jayanti 2024: चमेली के तेल का दीपक जलाने पर प्रसन्न होंगे भगवान हनुमान

आज हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनकी विशेष कृपा पाने के लिए हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंगबली को चमेली के तेल का दीपक अर्पित करें।

Hanuman Jayanti 2024: कैसे करें हनुमान जी को प्रसन्न

हनुमान जी जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। हनुमान जी की कृपा मिलने से कार्यो में आने वाली हर एक बाधा फौरन ही खत्म हो जाती है। हनुमान जी कृपा पाने के लिए और उन्हें प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है। हनुमान की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि, विद्या, बल और सफलता की प्राप्ति होती है। ऐसे में आज हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ जरूर करें।

Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जी को अर्पित करें तुलसी और पीपल के पत्तों की माला

हनुमानजी को 'राम' का नाम बहुत प्रिय है। भगवान श्रीराम की पूजा करने से हनुमानजी बहुत प्रसन्न होते हैं। पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से 'राम' नाम लिखें और इसे हनुमानजी को चढ़ाएं। यह कार्य करने से सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार हनुमानजी को तुलसी की माला चढ़ाई जाती है। इससे कष्ट और संकट मिट जाते हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली को तुलसी की माला चढ़ाने से व्यक्ति को आर्थिक लाभ होता है।

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