MS Dhoni Mihir Diwakar Fraud Case : क्रिकेटर मिहिर दिवाकर पर केस, बोले- धोनी मेरे 28 करोड़ रुपए नहीं दे रहे : 15 करोड़ की धोखाधड़ी

 
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MS Dhoni Mihir Diwakar Fraud Case : Source Danik Bhasker : ‘मैं धोनी को कॉलेज के दिनों से जानता हूं। एक ही रूम में साथ रहे, साथ क्रिकेट खेला। 2017 से साथ बिजनेस शुरू किया। मैंने धोनी को ब्रांड डील्स के जरिए 130 करोड़ रुपए का बिजनेस दिया है। 2022 से धोनी ने मुझे पैसे देना बंद कर दिया। ये रकम करीब 28 करोड़ रुपए है। पैसा न देना पड़े, इसलिए वे मुझ पर फ्रॉड का आरोप लगा रहे हैं, मेरा नाम खराब कर रहे हैं।’

क्रिकेटर एमएस धोनी पर नाम खराब करने का आरोप लगा रहे 41 साल के मिहिर दिवाकर खुद भी क्रिकेटर रहे हैं। 39 फर्स्ट क्लास और 36 लिस्ट ए मैच खेले। बिहार की रणजी टीम में धोनी के साथ थे। साल 2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली इंडियन टीम में भी रहे। फिलहाल धोनी के साथ धोखाधड़ी करने के आरोपों से घिरे हैं। मिहिर 2021 तक धोनी के मैनेजर थे।

रांची की सिविल कोर्ट ने 20 मार्च को मिहिर, उनकी पत्नी सौम्या दास और कंपनी अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के खिलाफ क्रिमिनल केस चलाने का आदेश दिया है। कोर्ट ने नोटिस जारी कर 19 अप्रैल की तारीख तय की है।

ये मामला धोनी से 15 करोड़ रुपए की ठगी का है। धोनी की तरफ से 4 जनवरी, 2024 को धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया था। इसके बाद मिहिर ने धोनी पर मानहानि का केस दर्ज करा दिया था।

दैनिक भास्कर ने इस पूरे मामले पर मिहिर दिवाकर, उनके साथ कॉन्ट्रैक्ट करने वाले लोगों और धोनी के मौजूदा मैनेजर से बात की। पढ़िए ये रिपोर्ट।

मिहिर और धोनी की दोस्ती 26 साल पुरानी
मिहिर और धोनी 1999 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में साथ खेले थे। मिहिर बताते हैं, ‘धोनी और मैं सात साल अंडर-19 और रणजी ट्रॉफी में साथ खेले। फिर धोनी का सिलेक्शन इंडियन क्रिकेट टीम में हो गया।’

‘ये 2014 की बात है। मैंने पत्नी सौम्या के साथ अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट की शुरुआत की थी। मेरा घर बिहार के सीवान में है। काम के सिलसिले में अक्सर रांची जाता था। तब धोनी ने मुझसे कहा था कि अच्छे ब्रांड्स की डील नहीं आ रही है। तब धोनी का नाम फिक्सिंग जैसी कंट्रोवर्सी से जुड़ रहा था। इसलिए उन्होंने मुझसे मदद मांगी थी।'

2017 में भारत और दूसरे देशों में एकेडमी खोलने का कॉन्ट्रैक्ट
धोनी की ओर से दी गई शिकायत के मुताबिक, 7 मई, 2017 को उन्होंने दिवाकर के साथ भारत के अलावा विदेशों में क्रिकेट एकेडमी खोलने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया था। मिहिर को एकेडमी के कामकाज और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी मिली। सहमति बनी कि मिहिर साल के आखिर में पूरा हिसाब धोनी से शेयर करेंगे।

ये भी तय हुआ कि अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट को मिली फ्रेंचाइजी फीस तीन हिस्सों में बंटेगी। एक एकेडमी खुलने पर धोनी, मिहिर की कंपनी अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट और श्री सांई ट्रेडमार्ट प्राइवेट लिमिटेड को 10% कमीशन देना तय हुआ।

15 अगस्त, 2021 को एकेडमी से जुड़े कामकाज से मिहिर को हटा दिया गया। उन्हें मेल से इसकी जानकारी दी गई। साथ ही कहा गया कि अब तक जिन एकेडमी के खुलने का समझौता हुआ है, वे उनकी जानकारी मेल पर दें।

मिहिर से एमएस धोनी का नाम 7 मई, 2017 के कॉन्ट्रैक्ट में जोड़ने को कहा गया था। उन्होंने ऐसा नहीं किया। धोनी ने आरोप लगाया है कि 2021 में मिहिर से अधिकार लेने के बावजूद उन्होंने मेरा नाम इस्तेमाल किया और इनवेस्टर्स से कॉन्ट्रैक्ट किए।

दैनिक भास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त, 2021 को समझौता खत्म होने के बाद मिहिर ने 6 कंपनियों से MSD क्रिकेट एकेडमी के लिए डील की। ये कंपनियां इलीट स्पोर्ट्सोमैटिक USA (LLC), सचित एंड एसोसिएट्स, बालाजी अरुण एजुकेशनल एंड कल्चरल ट्रस्ट, पल्लवी एजुकेशन सोसाइटी और मोंटेसरी एजुकेशन सोसाइटी हैं।

धोनी ने दिवाकर के खिलाफ 6 जनवरी को रांची में आपराधिक साजिश का केस दर्ज कराया था। उन्होंने मिहिर और उनकी पत्नी सौम्या दास के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज इस्तेमाल करने जैसे आरोप लगाए हैं।

भारत में धोनी के नाम से 50 से ज्यादा स्पोर्ट्स एकेडमी
2020 तक सिंगापुर, दुबई और कतर में एमएस धोनी क्रिकेट एकेडमी खुल गई थीं। भारत में 50 से ज्यादा एकेडमी खुल गई हैं। इसके भारत में 18 सेंटर हैं।

फोटो 27 जनवरी, 2018 को एमएस धोनी एकेडमी सिंगापुर नाम से बने फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई थी। इसमें धोनी के साथ मिहिर दिवाकर भी मौजूद हैं।
फोटो 27 जनवरी, 2018 को एमएस धोनी एकेडमी सिंगापुर नाम से बने फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई थी। इसमें धोनी के साथ मिहिर दिवाकर भी मौजूद हैं।

मिहिर कहते हैं, 'हम धोनी के लिए ब्रांड डील्स ढूंढ रहे थे। तभी दुबई की एक रियल एस्टेट कंपनी ने हमें एप्रोच किया था। ये कंपनी MS धोनी के नाम से क्रिकेट एकेडमी खोलना चाहती थी। डील 10 करोड़ रुपए की थी। मैंने इस बारे में धोनी को बताया। वे तैयार हो गए थे।’

‘मैं क्रिकेटर और सर्टिफाइड कोच हूं। इसलिए धोनी ने डील फाइनल करने और एकेडमी खोलने का काम मुझे सौंपा था। इसके लिए धोनी ने मुझे 7 मई, 2021 को लेटर साइन करके दिया था। इसमें लिखा था कि मैं धोनी की ओर से डील कर सकता हूं। डील के बाद पहला सेंटर दुबई में खुला था।'

एमएस धोनी एकेडमी ऑपरेशनल कॉस्ट के बदले अपनी फ्रेंचाइजी दूसरों को देकर पैसा कमाती थी। ऑपरेशनल कॉस्ट में कोच, ट्रेनिंग का पैसा शामिल होता है। मिहिर और धोनी इसे आपस में शेयर करते थे। मिहिर का आरोप है कि इसका कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ था।

मिहिर बताते हैं, 'मैं लगातार धोनी को उनके पर्सनल मेल आईडी पर कॉन्ट्रैक्ट मेल करता था, लेकिन वे टालते रहे। 2019 में मैं धोनी से मिला और एग्रीमेंट उनके हाथ में दे दिया। उन्होंने तब भी साइन नहीं किए। मैं मेल और वॉट्सऐप दोनों पर एग्रीमेंट भेजता था।'

मिहिर दावा करते हैं कि 2021 के बाद उन्होंने एमएस धोनी एकेडमी के लिए कोई डील नहीं की थी।

धोनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने की बात इनवेस्टर से छिपाई
श्री इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी ने मिहिर और सौम्या के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इसकी शिकायत अहमदाबाद के वस्त्रापुर पुलिस स्टेशन में दर्ज है। शिकायत में लिखा है कि 2020 में अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मिहिर दिवाकर और सौम्या दास ने श्री इंटरप्राइजेज से कॉन्टैक्ट किया और बताया कि महेंद्र सिंह धोनी देश के अलग-अलग शहरों में क्रिकेट एकेडमी शुरू करना चाहते हैं।

श्री इंटरप्राइजेज से जुड़े विनीत दैनिक भास्कर को बताते हैं, ‘मिहिर ने अक्टूबर 2020 में मुझे एप्रोच किया था। वे गुजरात में 5 एकेडमी खोलना चाहते थे। मैंने अरका स्पोर्ट्स की वेबसाइट देखी थी। मिहिर ने धोनी के साथ अपनी फोटोज दिखाईं। इससे मुझे उस पर यकीन हो गया।’

‘हमने मिहिर को 45 लाख रुपए लाइसेंस फीस दी थी। क्रिकेट एकेडमी को लेकर 26 अक्टूबर 2020 को अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। अरका स्पोर्ट्स और श्री इंटरप्राइजेज के बीच ये एग्रीमेंट 10 साल के लिए हुआ था। मैं हर महीने रॉयल्टी के 75 हजार रुपए मिहिर को भेजता था। इसके अलावा ब्रांड अलायंस फीस भी होती थी। अब तक मैं मिहिर को 9.25 लाख रुपए दे चुका हूं।'

विनीत बताते हैं, 'मैंने मिहिर को नवंबर, 2022 तक पैसे भेजे थे। नवंबर के आखिर में मुझे धोनी की टीम से ई-मेल मिला। इससे पता चला कि मिहिर और धोनी के बीच एग्रीमेंट 2021 में खत्म हो गया है। इसके बाद से अब मैं धोनी के साथ डायरेक्ट काम कर रहा हूं। हमारे बीच अच्छे संबंध हैं। मैं उन्हें हर महीने पैसे भेजता हूं, लेकिन अभी कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं है।'

डील 2021 से पहले हुई, लेकिन पैसा आता रहा
कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के सवाल पर मिहिर कहते हैं कि इन कंपनियों के साथ डील 2021 से पहले हो चुकी थी। हालांकि लीगल नोटिस के जवाब में अलग फैक्ट पता चलता है। दैनिक भास्कर के पास ये डॉक्यूमेंट है।

इलीट स्पोर्ट्सोमैटिक USA (LLC)
कंपनी के साथ 2021 से पहले एग्रीमेंट साइन हुआ था। आज तक ये एकेडमी शुरू नहीं हो पाई है। इसकी फ्रेंचाइजी फीस 44,73,105 रुपए थी। ये प्रोजेक्ट लॉस में है।

रांची में धोनी का स्कूल
धोनी का रांची के सिमरिया में फार्म हाउस है। यहां वे खेती करते हैं। मिहिर बताते हैं, ‘धोनी यहां स्कूल खोलना चाहते थे। उन्होंने मुझसे बात की। हमने स्पोर्ट्स स्कूल खोलने के बारे में सोचा। ये भारत का पहला स्कूल होता, जहां हर खेल की ट्रेनिंग दी जाती। धोनी ने मुझसे प्लान तैयार करने के लिए कहा।’

‘मैंने इस काम के लिए कुछ एजेंसियां हायर की थीं। मेरी टीम ने रांची जाकर सर्वे किया, लेकिन इनवेस्टर के साथ बात नहीं बन सकी। इस बीच बेंगलुरु की कंपनी श्रद्धा ग्लोबल एजुकेशन ट्रस्ट ने मुझे एकेडमी के लिए एप्रोच किया। वे लोग स्कूल में पैसा लगाने को तैयार थे।'

‘2019 में दिल्ली में स्कूल के लिए एग्रीमेंट साइन हुआ। तब धोनी भी मौजूद थे। शुरुआत में बेंगलुरु और होसुर में स्कूल खोलने की योजना थी।’

मिहिर बताते हैं, ‘मैंने धोनी को एक ड्राफ्ट भेजा था। इसमें भी धोनी से मुझे ऑथोराइज्ड करने की बात लिखी थी, लेकिन धोनी ने इस पर साइन नहीं किया।’

इंटरनेट पर कई फोटो हैं, जिनमें मिहिर दिवाकर धोनी के साथ हैं। इस फोटो में मिहिर धोनी के पीछे खड़े हैं।
इंटरनेट पर कई फोटो हैं, जिनमें मिहिर दिवाकर धोनी के साथ हैं। इस फोटो में मिहिर धोनी के पीछे खड़े हैं।

मिहिर आरोप लगाते हैं कि 2022 में धोनी और मेरे बीच रिश्ते बिगड़ने लगे। तब धोनी के करीबियों ने श्रद्धा ग्लोबल एजुकेशन ट्रस्ट से मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा। श्रद्धा ग्लोबल एजुकेशन ट्रस्ट ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा है कि मिहिर ने बिना किसी अधिकार के धोनी की ओर से समझौता किया था और ट्रस्ट से 35 लाख रुपए लिए थे।

मिहिर कहते हैं, 'ये मामला स्कूल या एकेडमी का नहीं है। मामला एंडोर्समेंट का है। एकेडमी आज तक प्रॉफिट में नहीं है। एकेडमी या स्कूल का कोई एग्रीमेंट साइन नहीं है। एंडोर्समेंट का भी कोई एग्रीमेंट मेरे और धोनी के बीच साइन नहीं है। मैंने उन्हें कई बार एग्रीमेंट का ड्राफ्ट भेजा है। उन्होंने जानबूझकर एग्रीमेंट साइन नहीं किया। 2004 से धोनी का जो भी मैनेजर रहा है, उसके साथ उन्होंने ऐसा ही किया है।'

मिहिर ने हमें वॉट्सऐप चैट, एग्रीमेंट का ड्राफ्ट, प्रॉफिट-लॉस स्टेटमेंट और ई-मेल दिखाए। किसी भी मैसेज या ईमेल का जवाब नहीं आता था। इस पूरे मामले पर मिहिर आखिर में कहते हैं, 'मैंने धोनी को कोई धोखा नहीं दिया है। उनके पास मेरे 28 करोड़ रुपए बाकी हैं। ये डॉक्यूमेंट मैं कोर्ट में पेश करूंगा।'

धोनी के मैनेजर बोले- मिहिर सीधे पैसे ले रहे थे, लेकिन बताते नहीं थे
केस के बारे में दैनिक भास्कर ने धोनी के मैनेजर से भी बात की। नाम न देने की शर्त पर वे बताते हैं, 'हमें पता चल गया था कि मिहिर धोनी का नाम इस्तेमाल करके लोगों से एकेडमी और स्कूल के लिए डायरेक्ट पैसा ले रहे हैं। वे इसकी जानकारी नहीं देते थे। धोनी के साथ एकेडमी के लिए उनका कॉन्ट्रैक्ट 2021 में खत्म हो गया था।’

‘स्कूल के लिए धोनी ने कभी भी मिहिर को ऑथोराइज नहीं किया था। इसके बावजूद वे धोनी के नाम का इस्तेमाल कर डील्स करते रहे। वे अगर धोनी को किए मेल दिखा रहा है तो ये भी दिखाएं कि धोनी ने कभी उन मेल्स का जवाब नहीं दिया। फिर कैसे वे खुद से डील कर रहे थे।’

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