Ranji Trophy: मुंबई ने दिया भारत को एक और हीरा, प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब भी जीता और बनाये 500 से ज्यादा रन, 29 विकेट भी लिए
मुंबई: मुंबई ने रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया है। विदर्भ को फाइनल मुकाबले में मुंबई ने 169 रनों के बड़े अंतर से हराया। मुंबई को चैंपियन बनाने में कई खिलाड़ियों को योगदान रहा। लेकिन 25 साल के तनुश कोटियन का प्रदर्शन ऐसा रहा जिसने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। ऑफ स्पिनर तनुश ने गेंदबाजी के साथ ही बल्ले से भी जीत में भूमिका निभाई। उन्होंने फाइनल मुकाबले में भी 7 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
5 फिफ्टी और एक शतकीय पारी
तनुश कोटियन ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में ज्यादातर नंबर 9 या नंबर 10 पर बैटिंग की। इसके बाद भी उनके नाम 500 से ज्यादा रन हैं। तनुश इस सीजन मुंबई के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। 10 मैच की 14 पारी में उन्होंने 41.83 की औसत से 502 रन बनाए हैं। बड़ौदा के खिलाफ उन्होंने नंबर-10 पर बैटिंग करते हुए 120 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
गेंद से भी तनुश ने ढाया कहर
इन 10 मैचों में तनुश कोटियन ने 29 विकेट भी लिए हैं। 169 ओवर की गेंदबाजी में इस ऑफ स्पिनर ने 2.91 की इकोनॉमी से रन खर्च किए। उन्होंने एक बार मैच में 10 विकेट लेने का भी कारनामा किया। फाइनल मैच की दूसरी पारी में विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडेकर शतक बनाकर खेल रहे थे। मुंबई की टेंशन बढ़ रही थी। लेकिन तनुश ने वाडेकर को आउट कर विदर्श की फाइनल में हार पक्की कर दी।
मुंबई ने दिए हैं बड़े खिलाड़ी
मुंबई ने भारतीय क्रिकेट के हमेशा से बड़े-बड़े नाम दिए हैं। अजीत वाडेकर से लेकर सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर से लेकर सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा से लेकर अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी मुंबई से खेलकर टीम इंडिया तक पहुंचे हैं। विजय मर्चेंट और पॉली उमरीगर जैसे महान खिलाड़ी भी मुंबई से ही आते हैं।
मुंबई ने रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया है। विदर्भ को फाइनल मुकाबले में मुंबई ने 169 रनों के बड़े अंतर से हराया। मुंबई को चैंपियन बनाने में कई खिलाड़ियों को योगदान रहा। लेकिन 25 साल के तनुश कोटियन का प्रदर्शन ऐसा रहा जिसने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। ऑफ स्पिनर तनुश ने गेंदबाजी के साथ ही बल्ले से भी जीत में भूमिका निभाई। उन्होंने फाइनल मुकाबले में भी 7 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
5 फिफ्टी और एक शतकीय पारी
तनुश कोटियन ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में ज्यादातर नंबर 9 या नंबर 10 पर बैटिंग की। इसके बाद भी उनके नाम 500 से ज्यादा रन हैं। तनुश इस सीजन मुंबई के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। 10 मैच की 14 पारी में उन्होंने 41.83 की औसत से 502 रन बनाए हैं। बड़ौदा के खिलाफ उन्होंने नंबर-10 पर बैटिंग करते हुए 120 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
गेंद से भी तनुश ने ढाया कहर
इन 10 मैचों में तनुश कोटियन ने 29 विकेट भी लिए हैं। 169 ओवर की गेंदबाजी में इस ऑफ स्पिनर ने 2.91 की इकोनॉमी से रन खर्च किए। उन्होंने एक बार मैच में 10 विकेट लेने का भी कारनामा किया। फाइनल मैच की दूसरी पारी में विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडेकर शतक बनाकर खेल रहे थे। मुंबई की टेंशन बढ़ रही थी। लेकिन तनुश ने वाडेकर को आउट कर विदर्श की फाइनल में हार पक्की कर दी।
मुंबई ने दिए हैं बड़े खिलाड़ी
मुंबई ने भारतीय क्रिकेट के हमेशा से बड़े-बड़े नाम दिए हैं। अजीत वाडेकर से लेकर सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर से लेकर सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा से लेकर अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी मुंबई से खेलकर टीम इंडिया तक पहुंचे हैं। विजय मर्चेंट और पॉली उमरीगर जैसे महान खिलाड़ी भी मुंबई से ही आते हैं।