NAVRATRI 2021 : UP के विंध्याचल धाम में उमड़ा जनसैलाब; जांच रिपोर्ट लाने का फरमान हवा में उड़ा
कल से चैत्र नवरात्र का शुभारंभ हो चूका है। पहले दिन आदि शक्ति के 9 स्वरूपों में मां शैलपुत्री की अराधना हो रही है। इसी कड़ी में मिर्जापुर में माता विंध्यवासिनी के दरबार में मंगलवार तड़के से ही भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसी के साथ कोविड-19 से बचाव व संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए सभी प्रयास फेल हो गए। एक साथ सिर्फ 5 लोगों को मंदिर में प्रवेश के दावे भी हवा में उड़ गए। धक्का-मुक्की के बीच पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करते नजर आए।
कतार होने के बजाय लोग एक जगह जमा हो गए
आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी के धाम में प्रत्येक नवरात्र में लाखों की तादात में भक्त श्रद्धा भक्ति में विभोर होकर दर्शन करने आते हैं। यह बात प्रशासन के साथ स्थानीय लोग भी बखूबी जानते हैं। इस बार कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते श्रद्धालुओं को कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट लाने की बात कही गई थी। लेकिन जब सोमवार सुबह भीड़ उमड़ी तो सारे नियम टूट गए। न तो किसी के चेहरे पर मास्क था न ही सोशल डिस्टेंसिंग रखी जा रही थी। कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना सिर्फ कागजी फरमान निकला।
धाम में आने वाले भक्तों को दर्शन पूजन करने के लिए भीड़ के बीच से गुजरना पड़ा। हुआ यह कि नाइट कर्फ्यू के चलते आज सुबह 6 बजे तक मंदिर बंद रहा। आधी रात से दर्शन पूजन की परंपरा बाधित रही ।सुबह मंदिर खुला तो भक्तों की भीड़ विंध्याचल गलियों से होते हुए नवनिर्मित विंध्य कॉरिडोर तक पहुंच गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं थी। लिहाजा लोग कतार में लगने के बजाय एक ही जगह आगे बढ़ने की बजाय गोलियते गए। देखते ही देखते थोड़ी देर में हजारों की भीड़ लग गई। धाम की गली के मुहाने पर भक्तों का रेला लग गया।
भीड़ को कतार में लाने के प्रयास में जुटे नगर विधायक
नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा जब धाम में पहुंचे, तब उन्होंने पुलिस अधिकारियों को लोगों को कतार में लगाने का निर्देश दिया। इसके बाद भीड़ को देख बेसुध हो चुकी पुलिस ने भक्तों को धक्का देते हुए लाइन से दर्शन कराने की बात याद आई। लोगों को धक्का देते हुए कतारबद्ध कराया गया। बता दें कि सोमवार को 24 घंटे के भीतर मिर्जापुर जिले में सोमवार को 117 और इससे पहले रविवार को 213 केस मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या 717 पहुंच गई है। बावजूद इसके लोग बेपरवाह दिखे।