MP LIVE : अब कोराना से ठीक होने के बाद मरीजों को जकड़ रही दूसरी बीमारियां : पढ़िए लक्षण

 
MP LIVE : अब कोराना से ठीक होने के बाद मरीजों को जकड़ रही दूसरी बीमारियां : पढ़िए लक्षण

भोपाल। कोरोना का संक्रमण नेगेटिव हो जाने के बाद भी कई मरीजों का बुखार हफ्तेभर नहीं जा रहा है। अस्पताल में रहते हुए या छुट्टी होने के बाद भी उन्हें बुखार समेत दूसरी बीमारियां हो रही हैं। कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना के संक्रमण के चलते मरीज की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में उसे यूरिन इन्फेक्शन, टीबी का संक्रमण, श्वास नली में संक्रमण हो जाता है। इस वजह से बुखार नहीं जाता। सेप्टीसीमिया (खून में संक्रमण) के चलते कई मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं।


केस एक : जिला टीबी अधिकारी डॉ. मनोज वर्मा को कोरोना होने पर चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। 15 दिन बाद उनकी कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव हो गई तो अस्पताल से छुट्टी कर दी गई, लेकिन घर आने के बाद भी उन्हें हफ्ते भर बुखार आता रहा। डॉक्टर ने बताया कि दूसरे संक्रमण होने की वजह से बुखार आ रहा है।


केस दो : कटारा हिल्स निवासी 44 साल की रिंकू राय को कोरोना होने पर उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। 14 दिन बाद उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। एम्स से छुट्टी होने के बाद भी उन्हें तेज बुखार आता रहा। डॉक्टरों ने घर में ही रहने की सलाह दी। साथ ही सिर्फ बुखार उतारने की दवा लेने को कहा।


हमीदिया अस्पताल में छाती व श्वास रोग विभाग के एचओडी डॉ. लोकेंद्र दवे ने बताया कि कोरोना का संक्रमण भले ही नेगेटिव हो जाता है, लेकिन इसके चलते मरीज की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस कारण उसे दूसरी बीमारियां भी घेरने लगती हैं। ज्यादा मामले पेशाब नली में संक्रमण (यूटीआई) के देखने को मिल रहे हैं। टीबी का संक्रमण भी मरीजों को हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिन्हें पहले से टीबी की हल्की बीमारी है, कोरोना होने के बाद वह गंभीर रूप से उभरकर आ रही है। डॉ. दवे ने कहा की कोरोना के इलाज के दौरान मरीज को जो दवाएं दी जाती हैं, उसकी वजह से भी कई बार बुखार आता है। इसे (ड्रग फीवर) कहा जाता है।


यह रखें सावधानी
प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रखने के लिए खानपान अच्छा रखें।
दिनभर में कम से कम 3 लीटर गुनगुना पानी पिएं।

यह न सोचें एक बार कोरोना हो गया है तो अब संक्रमण नहीं होगा। बचाव के लिए दूसरे व्यक्तियों से 6 फीट की दूरी रखें। मास्क से अच्छी तरह से मुंह और नाक को ढकें।

बीमारी ठीक होने के बाद स्वास संबंधी व्यायाम करें। इसके लिए लंबी सांस खींचकर कुछ देर रोकने की कोशिश करें।

यह सही बात है कि कोरोना ठीक होने के बाद भी कुछ मरीजों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। इसकी मुख्य वजह है कि प्रतिरोधक क्षमता बीमारी से कम हो जाती है। अस्पताल में रहने के दौरान मरीजों से अलग-अलग बीमारियों का संक्रमण एक दूसरे को हो जाता है। मरीजों को जो दवाएं दी जाती हैं उनसे भी कुछ दिन के लिए प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। 

डॉ. पीएन अग्रवाल, छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ

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