MP BOARD : पुराने परीक्षा पैटर्न के खिलाफ स्कूल संचालकों ने रखा तर्क, पिछले 2 महीने से विद्यार्थी कर रहें नए पैटर्न का अभ्यास

 

MP BOARD : पुराने परीक्षा पैटर्न के खिलाफ स्कूल संचालकों ने रखा तर्क, पिछले 2 महीने से विद्यार्थी कर रहें नए पैटर्न का अभ्यास

शासन द्वारा पुराने परीक्षा पैटर्न से परीक्षा लिए जाने के आदेश के खिलाफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मैदान में उतर आया है। एसोसिएशन की बैठक में शासन के निर्णय का पुरजोर विरोध करते हुए स्कूल संचालकों ने तर्क रखा कि पिछले 2 महीने से विद्यार्थी नए पैटर्न से परीक्षा देने का अभ्यास कर रहे हैं। विभिन्न माध्यमों के जरिए नए पैटर्न से परीक्षा आयोजित किए जाने का भरपूर प्रचार-प्रसार हो चुका है। विद्यार्थी भी अब इसके अभ्यस्त हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में पुराने पैटर्न से परीक्षा आयोजित किए जाने का सीधा नुकसान विद्यार्थियों को होगा। एसोसिएशन इस संबंध में मुख्यमंत्री के समक्ष अपना पक्ष रखकर आदेश में संशोधन की मांग करेगा।

अपनी कलाकृति और आकार को लेकर चर्चित है भैरवनाथ प्रतिमा : पढ़िए इसकी ऐतिहासिक और कला विरासत के बारे में ...

एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की हाल ही में आयोजित बैठक में सभी सदस्यों ने शिक्षा विभाग द्वारा धारा 9 का उपयोग करते हुए नए परीक्षा पैटर्न को पुनः पुराने जैसा किए जाने के संबंध में नाराजगी जाहिर की। सभी संचालक उक्त निर्णय से नाखुश नजर आए। उनका कहना था कि 2 महीने से विद्यार्थी नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी कर रहे है। सरकारी स्कूल के विद्यार्थी तो नए पैटर्न से एक परीक्षा दे भी चुके हैं। यूट्यूब पर विभाग द्वारा 2000 वीडियो अपलोड कर दिए गए हैं। साथ ही समाचार पत्रों के माध्यम से इसका प्रचार प्रसार हो चुका है। पेपरों के ब्लूप्रिंट इंटरनेट मीडिया पर आ चुके हैं। अब अचानक शासन द्वारा धारा 9 का उपयोग करते हुए पुनः पुराने पैटर्न से परीक्षा आयोजित करवाने का निर्णय दर्शाता है कि विभागों के बीच में आपसी समन्वय का अभाव है। इसका खामियाजा 18 लाख विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है।

रैगिंग और खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले पर कॉलेज की 4 छात्राओं को पांच-पांच साल की सश्रम कारावास

नया पैटर्न ज्यादा बेहतर माना गया है। उक्त पैटर्न से विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर पाएंगे। पुराने पैटर्न में निबंधात्मक प्रश्न के उत्तर लिखना विद्यार्थियों के लिए कठिन कार्य होता था। अचानक परीक्षा पैटर्न बदलाव करना विद्यार्थियों के साथ अन्याय होगा। उनके बड़ी संख्या में फेल होने की आशंका भी है। विद्यार्थियों का भविष्य सबसे ऊपर है। एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल सोनी ने बताया कि एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन इंदौर मुख्यमंत्री के समक्ष अपना पक्ष रखेगा और निवेदन करेंगे कि नए पैटर्न से ही परीक्षा आयोजित करवाई जाएं।

दिग्विजय सिंह ने CM शिवराज पर बोला हमला : अवैध रेत खनन करने वाले लोग विधायक, मंत्रियों, मुख्यमंत्री को हिस्सा देते हैं; हमले तो करेंगे ही

Related Topics

Latest News