MP : 61 साल के हुए CM शिवराज, छात्र राजनीति से लेकर CM तक के सफर में आए कई उतार चढाव, जानें खूबी

 

        MP : 61 साल के हुए CM शिवराज, छात्र राजनीति से लेकर CM तक के सफर में आए कई उतार चढाव, जानें खूबी

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आज जन्मदिन है। उन्होंने CM हाउस में पौधारोपण कर दिन की शुरुआत की। 5 मार्च 1959 को CM शिवराज का जन्म हुआ था। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 61 साल के हो गए। इनमें से 14 साल उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री के प्रदेश का नेतृत्व किया है। छात्र राजनीति से लेकर मुख्यमंत्री तक के सफर में शिवराज ने कई उतार चढ़ाव देखे, लेकिन कभी भी अपने रास्ते से वो हटे नहीं। सियासत में शिवराज सिंह चौहान सबसे भरोसेमंद ब्रांड के तौर पर स्थापित हो चुके हैं। ये सबकुछ हुआ है तो उनकी कार्यकुशलता, दक्षता और नेतृत्व क्षमता के कारण, वो जितने सहज भाव से लोगों के बीच रहते हैं उतने ही सहज भाव से लोग भी उन्हें अपना लेते हैं, वो खुद जनता के सुख दुख के साथी बन जाते हैं। समाज के हर वर्ग के लिए उन्होंने ऐसी जन हितैषी योजनाएं चलाई कि दूसरे राज्यों को उन योजनाओं को अपनाना पड़ा।

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शिवराज सिंह चौहान ने बस हादसे का शिकार हुए हर परिवार से मुलाकात की। वो करीब दो दिन सीधी में रहे और हर पहलू से बस हादसे की पड़ताल की। किसी भी मुद्दे पर तुरंत एक्शन लेना CM शिवराज को दूसरों से आगे रखता है। तत्काल अधिकारियों को सक्रिय करना, स्थानीय प्रशासन से चर्चा करना, भोपाल से ही पल पल का अपडेट लेना और आखिरी में खुद मौके पर पहुंच कर हर चीज की बारीक जांच करना, CM शिवराज सिंह की बड़ी खूबी है।

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पिछले साल शिवराज सिंह चौहान ने जब मध्यप्रदेश की कमान संभाली थी तब कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा था। लेकिन अकेले मुख्यमंत्री ने ही मोर्चा संभाला और धीरे-धीरे हालात काबू में आ गए। ये सब CM के कुशल प्रबंधन से ही संभव हो पाया.. प्रवासी मजदूरों को तकलीफ न हो इसका मैनेजमेंट भी उन्होंने ही किया।

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माफिया के अवैध निर्माण को गिराती ये तस्वीरें करीब प्रदेश के हर हिस्से में देखी गई। ये भी शिवराज सिंह चौहान के सख्त और भरोसेमंद नेतृत्व के कारण ही मुमकिन है। साथ ही हर मंच से माफिया को सख्त संदेश दिया है।

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शिवराज सरकार के मौजूदा बजट को बारीकी से पढ़ने वाले शिवराज सिंह के विकासोन्मुखी होने के गुण से इनकार नहीं कर सकते हैं। प्रदेश के 2 शहरों के मेट्रो प्रोजेक्ट बताते है कि CM की सोच कितनी आगे की है। स्वच्छता में इंदौर, भोपाल का टॉप में रहने से आप समझ सकते हैं शिवराज सिंह चौहान मॉनीटरिंग में कितने मास्टर हैं। अटल प्रोग्रेस वे और नर्मदा एक्सप्रेस वे की योजना CM के विकास के एजेंड़े को बताने के लिए काफी है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लिए स्ट्रीट वेंडर योजना में मध्यप्रदेश अकेला ऐसा राज्य है जो अपनी तरफ से हर हितग्राही को 4 हजार रुपए देता है।

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शिवराज सिंह चौहान को समन्वय की राजनीति करने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है। किसी भी पार्टी के किसी नेता से उनके संबंध खराब नहीं। सियासत में जहां कई नेता भाषा की सीमा लांघ जाते हैं शिवराज सिंह चौहान ने कभी अमर्यादित बयान नहीं दिया। मुख्यमंत्री के पद पर होने के बावजूद शिवराज सिंह चौहान से पार्टी के छोटे नेताओं को भी पूरा सम्मान मिलता है। केंद्रीय नेतृत्व हो या संघ पदाधिकारी शिवराज सिंह चौहान सबकी पसंद हैं। शिवराज सिंह चौहान BJP के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री है जो केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य है।

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शिवराज सिंह चौहान ने एक नई मुहिम शुरु की है हर दिन की शुरुआत पौधारोपण से और इसके लिए वो लोगों से अपील भी कर रहे हैं। आप शायद हैरान होंगे ये जानकार कि सीएम ने अपने बंगाल दौरे में भी दिन की शुरुआत पौधारोपण से ही की थी। इसके अलावा और भी कई खूबियां है जो शिवराज सिंह चौहान को अपने कद से बड़े स्तर का नेता बनाती है।

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