दर्दनाक हादसा : सुबह फोन पर जून में छुट्टी पर घर आने की सुनाई खुशखबरी उधर रात को शहीद होने की आई खबर

 

दर्दनाक हादसा : सुबह फोन पर जून में छुट्टी पर घर आने की सुनाई  खुशखबरी उधर रात को शहीद होने की आई खबर

रतलाम . भारतीय सेना में पदस्थ रतलाम के गुणावद गांव के सपूत कन्हैया लाल जाट ड्यूटी के दौरान हुए हादसे में शहीद हो गए। उन्होंने सुबह घर फोन करके जून में छुट्‌टी आने की बात कही थी। लेकिन रात को शहीद होने की खबर आई। लांसनायक कन्हैया लाल जाट भारतीय सेना की सीएमपी यूनिट में सिक्किम में तैनात थे। वहां शनिवार शाम ड्यूटी के दौरान वाहन की सफाई करते वक्त हुए हादसे में उनकी मृत्यु हो गई। हादसे की सूचना उनके भाई बलराम जाट को रात 10:00 बजे मिली। शहीद कन्हैयालाल का पार्थिव शरीर रविवार शाम इंदौर लाया जाएगा, जहां से उनके गृह ग्राम गुणावद में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।

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रतलाम के गुणावद गांव के कन्हैया लाल जाट का भारतीय सेना में वर्ष 2008 में चयन हुआ था। वर्ष 2013 में उनकी शादी उज्जैन जिले के इंगोरिया में हुई थी। शहीद कन्हैया लाल की दो बेटियां आराध्या 6 वर्ष और आरोही 3 वर्ष हैं। शनिवार सुबह ही अपने घर वालों को कन्हैया ने जून में छुट्टी पर घर आने की खुशखबरी सुनाई थी। लेकिन शाम को सैन्य वाहन की सफाई करते वक्त उन्हे इलेक्ट्रिक शॉक लग गया। साथी जवान उन्हें अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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लांसनायक कन्हैया लाल जाट के शहीद होने की खबर उनके भाई बलराम जाट को शनिवार रात 10:00 बजे मिली। जिसके बाद पूरे नामली क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद कन्हैया लाल का पार्थिव देह गंगटोक से इंदौर हवाई जहाज द्वारा रविवार शाम को लाया जाएगा जहां से उनके गृह गांव गुणावद में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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लांसनायक कन्हैया के शहीद होने की खबर मिलने से भारतीय सेना को दर्जनों वीर सपूत देने वाले गांव गुणावद गांव में माहौल गमगीन है। जहां जून में छुट्टी पर आने वाला उनका वीर सपूत तिरंगे में लिपट कर अपने गांव लौट रहा है।

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