MP हो या देश, ऐसा कौन सा अधिकारी है जो रिश्वत नहीं लेता, पता चलने पर मैं तो रिश्वत के रुपए वापस भी करवाती हूं : MLA रामबाई

 

MP हो या देश, ऐसा कौन सा अधिकारी है जो रिश्वत नहीं लेता, पता चलने पर मैं तो रिश्वत के रुपए वापस भी करवाती हूं : MLA रामबाई

दमोह। पंचायत सचिव और रोजगार सहायक को भ्रष्टाचार का पैकेज बताने वालीं पथरिया से बसपा MLA रामबाई सिंह परिहार का नया वीडियो सामने आया है। रामबाई ने कहा है कि पंचायत हो या मध्य प्रदेश या फिर देश, ऐसा कौन सा अधिकारी है, जो रिश्वत नहीं लेता। इसकी जानकारी सभी वरिष्ठ अधिकारियों को होती है। उनकी विधानसभा में तो डर के कारण कम भ्रष्टाचार होता है।

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उन्हें जब भी इस बारे में पता चलता है, तो वह उसे वापस भी कराती हैं। रिश्वत लेने के लिए मना भी करती हैं, लेकिन मानता कोई नहीं है। खास बात है कि इसके पहले रामबाई ने कहा था कि आटे में नमक बराबर रिश्वत चलती है। सवा लाख के PM आवास पर हजार-पांच सौ लेना ठीक, लेकिन 10 हजार लेना गलत है।

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उन्होंने कहा - उनके विधानसभा की शाहपुर ग्राम पंचायत के सतउआ गांव के लोग उनके पास शिकायत लेकर पहुंचे थे। पीएम आवास के नाम पर सचिव रिश्वत ले रहे हैं। जब मैं गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने सचिव और रोजगार सहायक के सामने ही इसका खुलासा किया। इसके बाद उन्होंने कुछ लोगों के पैसे वापस कराए और कुछ लोगों के पैसे एक-दो दिन बाद वापस किए गए। यह कोई एक गांव या मप्र की नहीं पूरे देश की स्थिति है। ऐसी कौन सी पंचायत है, कौन से विभाग हैं, कौन से अधिकारी हैं जो रिश्वत नहीं लेते। सभी लेते हैं और इसकी जानकारी शासन-प्रशासन सभी को है। लेकिन उनकी बात सुनता कौन है।

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रामबाई बोलीं - पंचायतकर्मियों की अपनी समस्या

उन्होंने कहा - मैंने तो हमेशा रिश्वत लेने के लिए लोगों को मना किया है और कई बार कर्मचारियों और अधिकारियों से लोगों के पैसे वापस कराए हैं। इसके बाद उन्होंने पंचायतकर्मियों की पैरवी करते हुए कहा कि उनकी भी एक समस्या है कि उन्हें 7-8 हजार रुपए वेतन मिलता है। उन्हें दमोह से दूर गांव अपनी पंचायत में काम करने के लिए जाना पड़ता है। जिसमें उन्हें सौ-दो सौ रुपए तो केवल आने-जाने का खर्च हो जाता है। उन्होंने कहा कि वह रिश्वत को बढ़ावा नहीं देतीं। लेकिन यदि कोई राजी खुशी से देता है तो ले लेना चाहिए, लेकिन जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए।

सचिव निलंबित, रोजगार सहायक को सेवा समाप्ति का नोटिस

दैनिक भास्कर द्वारा रिश्वतखोरी के मामले को उजागर करने के बाद प्रशासन एक्शन मोड में है। पंचायत सचिव नारायण चौबे को निलंबित कर दिया है। साथ ही रोजगार सहायक निरंजन तिवारी को सेवा समाप्त करने के लिए नोटिस दिया है।

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