REWA : अब इंदौर व भोपाल की तर्ज पर रीवा के गुढ़ क्षेत्र में स्थापित होगा निजी औद्योगिक क्षेत्र : 130 एकड़ जमीन चिह्नित, 99 साल की होगी लीज

 

REWA : अब इंदौर व भोपाल की तर्ज पर रीवा के गुढ़ क्षेत्र में स्थापित होगा निजी औद्योगिक क्षेत्र : 130 एकड़ जमीन चिह्नित, 99 साल की होगी लीज

रीवा। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो इंदौर व भोपाल की तर्ज पर अब विंध्य में भी निजी औद्योगिक क्षेत्र स्थापित होगा। विंध्य के पहले निजी प्रोजेक्ट के लिए एकेवीएन व जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र ने प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेज दिया है।

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अब प्रदेश शासन से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। जैसे ही निजी औद्योगिक क्षेत्र की परमीशन मिली। वैसे ही उद्यमियों के लिए गुढ़ क्षेत्र के सोलर प्लांट से लगी भूमि में प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। हालांकि संबंधित निवेशक अपने स्तर पर तैयारी भी शुरू कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो इंदौर की कंपनी को कंसल्टेंट भी नियुक्त किया जा चुका है।

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जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक यूबी तिवारी ने बताया कि निजी निवेश से औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना है, लेकिन ये अभी शुरुआती स्तर पर है। हालांकि कुछ निवेशक तैयार है। सूत्रों की मानें तो विंध्य के पहले औद्योगिक क्षेत्र को गुढ़ में विकसित करने की योजना है। औद्योगिक क्षेत्र का संचालन एकेवीएन व जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र के माध्यम से किया जाएगा। लेकिन प्रोजेक्ट में निवेश व प्रबंधन की जिम्मेदारी निजी हाथों में होगी। संचालन के लिए शासकीय नियम लागू जरूर होंगे, पर प्रबंधन अपने मन से नियम नहीं थोप सकता है।

130 एकड़ जमीन चिह्नित, 99 साल की लीज होगी

बता दें कि गुढ़ क्षेत्र के बदवार पहाड़ व सोलर प्लांट से लगी 130 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई है। साथ ही सीमांकन व लेआउट का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। अगले चरण में जिला एवं व्यापार केंद्र के माध्यम से प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है।

अगर शासन स्तर से हरी झंडी मिलती है तो यह प्रोजेक्ट जमीन पर उतर आएगा। वहीं संबंधित औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमी को 99 साल की लीज मिलेगी। जमीन आवंटन के बाद निर्धारित समय अवधि में उद्यम की स्थापना के साथ उत्पादन शुरू करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो उसके बाद लीज समाप्त की जा सकती है।

उद्यमियों से वसूला जाएगी लीज रेंट

उद्यमियों की मानें तो निजी निवेश से विकसित होने वाले औद्योगिक क्षेत्र में शासकीय लीज की तरह सड़क, बिजली, पानी व नाली सहित मूलभूत सुविधाएं देनी होगी। इसके बदले संबंधित निवेशक उद्यमियों से लीज रेंट आदि वसूल किया जा सकता है। साथ ही संबंधित क्षेत्र की एनओसी शासन स्तर से प्राप्त करनी होगी।

उद्यमी केवल अपने उधम संबंधित एनओसी ही लेंगे। निजी निवेश से विकसित होने वाला औद्योगिक क्षेत्र विंध्य का पहला प्रोजेक्ट होगा। इससे पहले इंदौर व भोपाल क्षेत्र में ऐसे प्रोजेक्ट पर काम हो चुका है। ​विंध्य के नजरिए से इसे काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसमें उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार मिलेंगे वहीं बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ेगा।

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