भारत में चौथी लहर को लेकर उठ रहे सवाल : ICMR केवैज्ञानिकों ने दिया ये बड़ा जवाब ..

 

भारत में चौथी लहर को लेकर उठ रहे सवाल : ICMR केवैज्ञानिकों ने दिया ये बड़ा जवाब ..

कोरोना वायरस से जंग के बीच देश में अब तीसरी लहर काफी कमजोर हो चुकी है। कोविड-19 के मामलों में भी तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। कोरोना के गिरते मामलों के बीच सरकार की ओर से भी नाइट कर्फ्यू समेत कई तरह की पाबंदियों को हटा दिया गया है। हालांकि इन सबके बीच कोरोना की चौथी लहर को लेकर भी आशंकाएं उठ रही हैं। हालांकि इस आशंकाओं को लेकर आईसीएमआर की ओर जवाब भी आया है। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल इसको लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन इसे नकारा भी नहीं जा सकता।

बीते कुछ दिनों से रोजाना आने वाले मामलों की संख्‍या घटकर 10 हजार से भी नीचे पहुंच गई है। जो तीसरी लहर के कमजोर होना का संकेत है। हालांकि अभी भी कोरोना से मरने वालों की संख्‍या प्रतिदिन 100 के पार दर्ज की जा रही है, जो थोड़ा चिंता का विषय बना हुआ है।

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कोरोना के घटते ग्राफ को देखते हुए जहां कुछ विशेषज्ञ कोविड के प्रकोप के खत्‍म होने का अनुमान लगा रहे हैं वहीं कुछ वैज्ञानिक गणितीय मॉडल के आधार पर फिर से कोरोना की चौथी लहर (Fourth Wave of Corona Virus) आने की बात कह रहे हैं। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिक अपनी अलग राय दे रहे हैं।

आईसीएमआर (ICMR) के विशेषज्ञ डॉ. अरुण शर्मा कहते हैं कि बीते दो वर्षों में कोरोना के स्‍वरूप में जो बदलाव देखे गए हैं और जिस तरह नए-नए वेरिएंट आए हैं, उस हिसाब से कोरोना (Corona) को लेकर कोई भी सटीक भविष्‍यवाणी करना कठिन है।

डॉ. अरुण के मुताबिक फिलहाल कोरोना का कोई नया म्‍यूटेशन (Mutation) नहीं आया है। लेकिन कुछ देशों में इसकी चौथी और पांचवी लहर शुरू हो चुकी है। सिंगापुर में भी इसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है।

इसके अलावा कोरोना के प्रति इम्‍यूनिटी (Immunity) के लिए भारत में करीब 80 फीसदी लोग पूरी तरह वैक्‍सीनेटेड हो चुके हैं। ऐसे में कोविड का कोई नया वेरिएंट (Corona Variant) नहीं आता है तब तक किसी बड़ी लहर की संभावना नहीं दिखाई दे रही है।

उन्होंने कहा कि विदेशों में जो आखिरी लहर आई है उसकी वजह ओमिक्रोन वेरिएंट था, वहीं भारत में भी तीसरी लहर में यही वेरिएंट प्रभावी रहा है। इसी की वजह से भारत में कोरोना केस लाखों में पहुंच गए। ऐसे में भारत को लेकर निश्चिंत नहीं हुआ जा सकता।

चौथी लहर आई भी तो खतरनाक नहीं होगी

आईसीएमआर के वैज्ञानिक की मानें तो आने वाले दिनों में कोरोना की चौथी लहर आई भी तो वो खतरनाक नहीं होगी। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है कि देश में ज्यादातर लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। अब अगर कोई लहर आएगी तो उतनी खतरनाक नहीं होगी, जितनी की पहली दो लहरों में देख चुके हैं।

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