मध्यप्रदेश की बेटी आंचल गंगवाल बानी IAF पायलट : अब उड़ाएगी FIGHTER PLANE

 

कहते हैं हिम्मत और लगन के आगे कुछ भी नहीं टिकता। ये बातें कई लोगों के लिए बस कल्पना मात्र रह जाती हैं, लेकिन कई इसे वाकई सच कर दिखाते हैं। हमने न जाने कितनी बार ऐसा देखा और सुना है कि किसी व्यक्ति ने दुनिया भर की कठिनाइयों को पार करने के बाद भी अपना ध्यान भटकने नहीं दिया और सफलता हासिल की। कुछ ऐसा ही किस्सा एक बार फिर सामने आया है। ये मामला है आंचल गंगवाल का। हो सकता है कि सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता हुआ ये नाम आपने देखा हो। वो इसलिए क्योंकि आंचल ने गौरवान्वित करने वाला काम जो किया है।


मध्यप्रदेश की बेटी आंचल ने एयरफोर्स पायलट बनकर अपने सपनों को साकार किया है। उनकी जीत इसलिए और खास है क्योंकि आंचल एक चायवाले की बेटी हैं।  आंचल के घर वालों के पास कई बार उनकी फीस भरने के लिए पैसे भी नहीं होते थे। आंचल के पिता कई बार फीस भरने के लिए पैसे उधार लेते थे तो कई बार वो शहर से बाहर होने का बहाना बनाते थे। नीमच के बस स्टैंड पर अपनी चाय की दुकान चलाने वाले आंचल के पापा बस अपनी बेटी को आगे बढ़ते देखना चाहते थे और उसके लिए वो खुद भी बहुत मेहनत करते थे।


2018 में आंचल ने भारतीय एयरफोर्स का एग्जाम पास कर लिया था और फिर वो अपनी पोस्टिंग के इंतज़ार में थीं। जब उन्होंने अपनी परीक्षा पास की थी तब भी उन्हें लोगों का बहुत साथ मिला था।


अब आखिरकार वो एयरफोर्स पायलट के तौर पर नियुक्त हो गई हैं। उनके पिता सुरेश गंगवाल ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि, 'आंचल की कमिशनिंग हमारे लिए गर्व का मौका है, लेकिन हम वहां जा नहीं पाए (एयरफोर्स अकादमी डुंडीगल) क्योंकि कोरोना वायरस के चलते कई प्रतिबंध हैं। 


24 साल की आंचल ने भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर अपना काम शुरू किया है।

ऐसे मिली एयरफोर्स से जुड़ने की प्रेरणा
आंचल के पिता ने कहा कि उनकी बेटी हमेशा से ही भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनना चाहती थी। दरअसल, 2013 में आई केदारनाथ आपदा के समय जिस तरह से भारतीय डिफेंस फोर्सेस ने वहां फंसे लोगों की रक्षा की थी उसे देखकर आंचल के मन में वायुसेना से जुड़ने का ख्याल आया था। बस इसके बाद आंचल अपने पहले मिशन को पूरा करने में जुट गईं। आंचल ने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड की परीक्षा छठवें अटेम्पट में निकाली, लेकिन वो कभी भी असफलता से निराश नहीं हुईं।


आंचल एक कम्प्यूटर साइंस ग्रैजुएट हैं और एयरफोर्स से जुड़ने से पहले वो एमपी पुलिस डिपार्टमेंट में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थीं। आंचल ने कहा कि वो हमेशा से ये सपना देखती थीं कि वो यूनिफॉर्म में अपने माता-पिता के सामने खड़ी हैं।