MP : रीवा जिले के शिक्षा विभाग में इस बाबू ने 45 लाख रुपये कमा कर 4 करोड़ की बनाई अनुपात हीन संपत्ति : जांच जारी

 
MP : रीवा जिले के शिक्षा विभाग में इस बाबू ने 45 लाख रुपये कमा कर 4 करोड़ की बनाई अनुपात हीन संपत्ति : जांच जारी

रीवा। आय से अधिक संपत्ति मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने जिले के शाहपुर थाना के गनिगंवा निवासी महेंद्र प्रताप सिंह के यहां से लगभर चार करोड़ की अकूत संपत्ति का पता लगाया है। पेशे से शिक्षा विभाग में कार्यरत सहायक वर्ग-3 महेंद्र सिंह ने नौकरी करते हुए अब तक 45 लाख रुपये की कुल कमाई की है। जबकि वे करोड़ों के आसमी निकले हैं। हालांकि अभी ईओडब्ल्यू के अधिकारियों की जांच प्रक्रिया पूरी नही हुई है। उनका कहना है कि जो भी दस्तावेज मिले हैं उसके आधार पर सोमवार को कार्यालय खुलने के बाद और अभी जांच की जाएगी। दो दिनों से चल रही जांच के दौरान ईओडब्ल्यू ने जमीन, वाहन एवं बैंक खातों की जानकारी एकत्र की है। बताया जा रहा है कि बाबू के द्वारा इंदौर में भी प्रपार्टी बनाई गई है। हालांकि इंदौर की प्रपार्टी को लेकर अधिकारियों ने खुलासा नहीं किया और वे जांच की बात कह रहे हैं।

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24 घंटे तक चली जांच कार्रवाई

शिक्षा विभाग के बाबू के घर 24 घंटे से ज्यादा समय तक आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम मौजूद रही और शनिवार की सुबह तक टीम के लोग उनके घर से संपत्ति की जानकारी का ब्योरा एकत्र करते रहे। ज्ञात हो कि शुक्रवार की अल सुबह पांच बजे पूरी टीम बाबू के गांव गनिगंवा पहुंच कर संपत्ति का पता लगाने में जुट गई थी। यह कार्रवाई उस समय हुई जब घर के लोग गहरी नींद ले रहे थे। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने जैसे ही बताया कि वे जांच करने आए हैं। उनकी न सिर्फ नींद उड़ गई बल्कि पूरा परिवार सख्ते में आ गया।

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बाबू के घर से यह मिली संपत्ति

अब तक की जांच में ईओडब्ल्यू की टीम ने बाबू के घर से चार करोड़ की जो संपत्ति का पता लगाया है उसमें 30 लाख रुपये कीमत के लग्जरी वाहन, तीन जेसीबी, तीन ट्रैक्टर तथा 70 लाख रुपये कीमत का मकान, 80 लाख रुपये कीमत का स्कूल, 12 बैंक खाते, जमीन के दस्तावेज सहित इंदौर में संपत्ति का पता लगाया है।

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गांव के लोग कार्रवाई को लेकर करते रहे चर्चा

24 घंटे तक चली जांच कार्रवाई के दौरान गनिगंवा गांव सहित आसपास के गांव के लोग भी चर्चा करते रहे कि शिक्षा विभाग में नौकरी करते हुए जिस तरह से बाबू की शानों सौकत रही उसे देखते हुए ग्रामीणों ने कहा कि आखिर इतनी संपत्ति कहां से आई उसका अब खुलासा हो जाएगा।

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वर्जन

बाबू की कमाई और बनाई गई संपत्ति की जानकारी एकत्र की गई है। अवकाश होने के चलते अब सोमवार को बैंक खातों में जमा रकम सहित अन्य जानकारी भी एकत्र की जाएगी।

वीरेंद्र जैन, एसपी ईओडब्ल्यू रीवा।



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