SATNA : DMF बैठक में नोकझोंक : विधायक नीलांशु के समर्थन में अजय सिंह राहुल, बोले- गणेश सिंह फर्जी सांसद, अब 2024 में सतना से चुनाव लड़ लें ...

 

SATNA : DMF बैठक में नोकझोंक : विधायक नीलांशु के समर्थन में अजय सिंह राहुल, बोले- गणेश सिंह फर्जी सांसद, अब 2024 में सतना से चुनाव लड़ लें ...

सतना सांसद गणेश सिंह और चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के बीच डीएमएफ की बैठक में हुई नोकझोंक का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। सांसद पर विधायक के जुबानी हमले के बाद अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भी मैदान में उतर आए हैं।

MP में स्कूल के बाद खुले आंगनवाड़ी केंद्र : शादी में 250 लोगों की क्षमता हो सकती है समाप्त तो शव यात्रा में 50 लोग शामिल हो सकेंगे

राहुल ने विधायक नीलांशु का समर्थन करते हुए सतना सांसद गणेश सिंह को फर्जी सांसद तक कह डाला है। सतना सर्किट हाउस पहुंचे राहुल ने कहा कि गणेश सिंह फर्जी सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में अगर उन्होंने किसी को कांग्रेस से बगावत करा कर साथ न लिया होता तो वो तभी निपट गए होते। राहुल ने चुनौती देते हुए कहा कि अब 2024 में वो सतना से चुनाव लड़ लें, देखते हैं कि वो सांसद बनते हैं या नहीं।

यह है पूरा मामला

यह सारा मामला डीएमएफ की उस बैठक से जुड़ा है, जिसमें प्रभारी मंत्री विजय शाह भी मौजूद थे। सांसद और विधायक चित्रकूट के बीच हुई हॉटटॉक में बात 2023 और 2024 के चुनावी नतीजों तक जा पहुंची थी। सांसद ने नीलांशु को कहा था कि वे 2023 में चित्रकूट विधायक नहीं बनेंगे।

घूमने के बहाने घर ले जाकर खींचे आपत्तिजनक फोटो : अब ब्लैकमेल कर सहेलियों और दोस्तों को भी भेजे फोटो

दरअसल 2014 में सतना लोकसभा चुनाव में अजय सिंह राहुल और गणेश सिंह मैदान में थे। तब कांग्रेस में रहे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी। उस चुनाव में राहुल को हार का सामना करना पड़ा था।

अपने विधायक को संयम सिखाएं- भाजपा

सांसद और कांग्रेसी विधायक के बीच चल रही तकरार पर भाजपा ने भी चित्रकूट विधायक पर निशाना साधा है। भाजपा के मीडिया प्रभारी कामता पांडेय ने कहा है कि कांग्रेस ढकोसला कर रही है। जिस तरह सांसद का विरोध करने कांग्रेसी सड़क पर उतर रहे हैं, उससे उनकी अपरिपक्वता नजर आती है।

7 साल से साथ रह रहे प्रेमी प्रेमिका को दतिया एसपी ने पवित्र बंधन में बांधा : माता-पिता ने भी दिया आशीर्वाद

कामता ने कहा कि चित्रकूट विधायक खुद चित्रकूट को पिछड़ेपन की तरफ धकेल रहे हैं। अपनी गलतियों का ठीकरा दूसरे के सिर फोड़ना चाहते हैं। उनकी भाषा भी असंयमित है। कांग्रेसियों को चाहिए कि वो अपने विधायक को संयम सिखाएं।

Related Topics

Latest News