सितंबर से रेलवे में स्पीड बढ़ाने की कवायद शुरू : दिल्ली से लेकर भोपाल और भोपाल से लेकर मुंबई तक यह रफ्तार मेंटेन करने का होगा ट्रायल
ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाएगी। ऐसा होने पर भोपाल से मुंबई जाने में डेढ़ से दो घंटे का समय कम लगेगा। इसी तरह दिल्ली जाने वालों का एक घंटा भी बचेगा। इसके लिए रेलवे सितंबर से कवायद करेगा। पूरे माह ट्रायल होगा। दूसरे चरण में हावड़ा व चेन्नई रूट को इसमें शामिल किया जाएगा। रेलवे बोर्ड द्वारा इस साल के अंत तक पश्चिम-मध्य सहित 7 जोन के अंतर्गत आने वाले 30 से ज्यादा रेल मंडलों में मिशन रफ्तार पर काम शुरू किया जा रहा है। इसी कड़ी में भोपाल मंडल भी शामिल है।
कोरोना के दौरान ट्रैक में सुधार कार्य व रिप्लेसमेंट के बाद विभिन्न यात्री ट्रेनों की अधिकतम औसत स्पीड 130 किमी प्रति घंटे तक करने की तैयारी है। अभी यह रफ्तार कुछ सेक्शन विशेष में ही है। लेकिन हाल ही में किए गए सुधार कार्य व ट्रैक रिप्लेसमेंट के बाद दिल्ली से लेकर भोपाल और भोपाल से लेकर मुंबई तक यह रफ्तार मेंटेन करने के लिए ट्रायल किया गया, जो सफल रहा है।
दो घंटे की कमी लाएंगे
अभी दिल्ली से मुंबई के बीच वर्तमान में यात्रा समय 15:30 घंटे है, लेकिन अधिकतम रफ्तार को मेंटेन कर इसमें दो घंटे तक की कमी लाई जा सकेगी। वहीं, भोपाल से दिल्ली का यात्रा समय एक घंटा कम हो सकेगा। भोपाल से मुंबई के यात्रा समय में करीब सवा घंटे की कमी हो सकेगी।
कई बार शताब्दी ट्रेन 40 मिनट पहले आ जाती है
ट्रैक में सुधार व रि-प्लेंसमेंट के बाद शताब्दी एक्सप्रेस कई बार 40 मिनट पहले तक भोपाल आ जाती है। लेकिन, इसका फायदा यात्रियों को नहीं मिल पाता। इसका मुख्य कारण बचे हुए यात्रा समय को टाइम-टेबल में शामिल न किया जाना है। अब सितंबर में फाइनल ट्रायल के बाद नया शेड्यूल जोड़ दिया जाएगा।
राजधानी एक्सप्रेस सबसे पहले... रेलवे ने यात्रा समय में कमी के लिए सबसे पहले राजधानी श्रेणी की गाड़ियों का चयन स्पीड ट्रायल के लिए किया है। इसके बाद शताब्दी व मेल-एक्सप्रेस को इस लिस्ट में जोड़ा जाएगा। इसके बाद कम हुए यात्रा समय के औसत को टाइम-टेबल में सुधार करने शामिल कर लिया जाएगा।