REWA : अब बाइकर्स की खैर नहीं : यातायात पुलिस को मिला अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाहन, SP ने दिखाई हरी झंडी, 800 मीटर की दूरी से माप लेगी स्पीड
मध्यप्रदेश पुलिस ने ओवर स्पीड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेश के 33 जिलों को इंटरसेप्टर व्हीकल मिली है। रीवा शहर में इंटरसेप्टर व्हीकल पहुंचने पर एसपी नवनीत भसीन ने शुक्रवार की दोपहर पुलिस कंट्रोल रूप में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर वाहन का पूजन कराने के उपरांत यातायात पुलिस को सौंप दिया है। इस दौरान एएसपी शिवकुमार वर्मा, ट्रैफिक डीएसपी मनोज वर्मा सहित यातायात थाना सहित अन्य स्टॉफ मौजूद रहा।
एसपी ने बताया कि शहर में अब ओवर स्पीड वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करना आसान होगा। देश के अन्य राज्यों की भांति अब रीवा पुलिस भी ओवर स्पीडिंग वाहन चलाने वालों के खिलाफ आसानी से कार्रवाई कर सकेगी। इसके लिए ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरएनडी) की सिफारिश के बाद पुलिस मुख्यालय के प्रबंध शाखा द्वारा 33 ट्रॉफिक इंटरसेप्टर व्हीकल खरीदे गए। जिसमें एक वाहन रीवा को भी मिला है।
54 फीसदी हादसों की वजह तेज रफ्तार
बता दें कि सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में भारत में मध्यप्रदेश का दूसरा स्थान है, जिसमें 54 प्रतिशत सड़क दुर्घटना ओवर स्पीडिंग के कारण होती है। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। रीवा में इंटरसेप्टर व्हीकल के संचालन की ट्रेनिंग तीन लोगों ने ली है। जो क्रमश: अन्य स्टॉफ को भी सिखाएंगे।
ये है इंटरसेप्टर व्हीकल वाहन में खासियत
इस व्हीकल के स्पीड राडार में लगे लेजर टेक्नालाजी के कैमरे से महज 0.3 सेकेण्ड में 800 मीटर की दूरी से ओव्हर स्पीड से गुजरने वाले वाहनों की स्पीड मापी जा सकेगी।
कम रोशनी व रात के समय भी वाहनों के नंबर प्लेट को सुगमता से पढ़ा जाकर उनपर कार्यवाही की जा सकती है।
इन कैमरों की सहायता से 300 मीटर दूर स्थित वाहन की नंबर प्लेट को भी आसानी से पढ़ा जा सकता है।
पुलिस मुख्यालय से प्रदाय यह व्हीकल जीपीएस साऊण्ड मीटर, स्पीड राडार और टिंट मीटर से लैस है।