TRS कॉलेज के स्थापना को लेकर राजघराने के पुष्पराज सिंह ने दिया बड़ा बयान : कहा ये ...

 
TRS कॉलेज के स्थापना को लेकर राजघराने के पुष्पराज सिंह ने दिया बड़ा बयान : कहा ये ...

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम के विवाद में अब राजघराने ने भी कार्यक्रम को सही ठहराया है। पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जो संस्था वर्तमान में टीआरएस कालेज के रूप में जानी जाती है, उसकी स्थापना 1869 में पब्लिक स्कूल के रूप में की गई थी। इस पर रीवा राींय की ओर से गजेटियर भी प्रकाशित किया गया था। सिंह ने कहा कि इतिहास के तथ्यों के साथ किसी तरह की तोड़-मरोड़ नहीं की जानी चाहिए।


पूर्व प्राचार्य डॉ. रामलला शुक्ला के विरुद्ध संभागायुक्त ने अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा है। जिसमें कहा गया है कि वर्ष 1984 में शताब्दी वर्ष समारोह आयोजित किया गया और अब 150 वर्ष पूरे होने का कार्यक्रम हो रहा है। जबकि उक्त अवधि से अब तक 36 वर्ष ही पूरे हुए हैं।


पूर्व मंत्री ने कहा पहले पब्लिक की स्थापना रीवा के महाराजा रघुराज सिंह जूदेव ने 1869 में स्थापित कराई थी। इसके बाद उसका उन्नयन होता रहा। अंग्रेजी स्कूल, दरबार हाईस्कूल, दरबार इंटरमीडियट कालेज फिर 1944 में दरबार कालेज के रूप में स्थापना हुई। 1957 से अब तक यह ठाकुर रणमत सिंह कालेज के रूप में संचालित किया जा रहा है। साथ में मौजूद टीआरएस कालेज एल्युमिनी एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम सिंह ने भी कहा कि शताब्दी वर्ष समारोह विलंब से मनाया गया था।


तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के संज्ञान में मामला आने के बाद उक्त आयोजन किया गया था। इसलिए अब जो 150 वर्ष का कार्यक्रम प्रस्तावित है वह उचित है। उस पर किसी अधिकारी को दोषी बताया जाना उचित नहीं है। बल्कि इतिहास को गलत तरीके से पेश किया जाना अनुचित है। इसके पहले सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह ने भी इतिहास के छेड़छाड़ किए जाने पर आपत्ति उठाई है।


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