MP : बड़ा सवाल : सबसे ज्यादा कोविड मरीज व मौतें इंदौर में फिर भी नहीं हो रहा वैक्सीन का ट्रायल

 

MP : बड़ा सवाल : सबसे ज्यादा कोविड मरीज व मौतें इंदौर में फिर भी नहीं हो रहा वैक्सीन का ट्रायल

इंदौर। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कोविड मरीज (43286) इंदौर में है और कोविड संक्रमण से मरने वालों की संख्या 767 हो चुकी है। इसके बाद भी प्रदेश में इंदौर को छोड़ भोपाल में कोविड मरीजों के वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक आइसीएसआर द्वारा कोविड वैक्सीन के ट्रायल के लिए देश के अलग-अलग शहरों को चुना गया है। ऐसे में प्रदेश में जहां सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं और मौतें हो रही हैं, वहां पर वैक्सीन का ट्रायल अभी तक न होना एक बड़ा सवाल है।

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गौरतलब है कि सबसे पहले कोविड का वैक्सीन डॉक्टर, नर्स व मेडिकल कार्य में लगे लोगों को लगाई जानी है। इंदौर से स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे करीब 29 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन कर उनके नाम भोपाल भेजे जा चुके है। स्वास्थ्य विभाग व मेडिकल कॉलेज से जुड़े डॉक्टर फरवरी- मार्च तक इंदौर में वैक्सीन लगाई जाने की संभावना जता रहे हैं। इंदौर में वैक्सीन आने के पहले उसे रखने के लिए 29 डीप फ्रीजर आने वाले हैं व करीब 70 हजार सिरिंज को रखने का इंतजाम किया गया है।

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32 लाख की आबादी को वैक्सीन लगाना होगी चुनौती

इंदौर शहर की आबादी करीब 32 लाख है, ऐसे में सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाने में लंबा समय लगेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर यह तय हो सकेगा कि कितने दिन, महीने या साल में सभी लोगों को यह वैक्सीन लग पाएगी। आइएमए मप्र के सचिव डॉ. संजय लौंढ़े के मुताबिक वैक्सीन आने के बाद सभी लोगों को वैक्सीन लगाना स्वास्थ्य विभाग के लिए आसान नहीं होगा। ऐसे में प्रायवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर व नर्सों की भी वैक्सीन लगाने में मदद ली जाएगी। यह संभावना है कि वार्ड स्तर पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था बन सकती है। वैक्सीन लगाने के पहले लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। उसके बाद लोगों को वैक्सीन लगाने की तारीख तय दी जाएगी। इसके बाद लोग तय दिन या समय पर जाकर वैक्सीन लगवा सकेंगे।

वैक्सीन आने के पहले उसके लिए फ्रीजर का करना होगा इंतजाम

इंदौर में वैक्सीन आने के पहले उसे सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रीजर की जरूरत होगी। भोपाल स्तर से इंदौर से पूछा गया कि इंदौर में वैक्सीन रखने के लिए क्या इंतजाम है। इंदौर में -20 डिग्री पर वैक्सीन को रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास 7728 लीटर के डीप फ्रीजर है। इसके अलावा 2 से 8 डिग्री तापमान में वैक्सीन रखने के लिए 5378 लीटर क्षमता के आईएलआर है।

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भोपाल के बाद इंदौर में वैक्सीन ट्रायल होने की संभावना

केंद्र सरकार, आइसीएमआर और राज्य शासन द्वारा तय किया गया है कि किस शहर में कोविड वैक्सीन का ट्रायल किया जाए। भोपाल के बाद इंदौर में वैक्सीन का ट्रायल होने की संभावना है। इसके लिए स्वास्थ विभाग व जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है।

डॉ. अमित मालाकार, कोविड नोडल अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग इंदौर

फरवरी व मार्च तक इंदौर में वैक्सीन लगने की संभावना

वैक्सीन के लिए भोपाल को रेंडमली चुना गया हैं। वरीयता के आधार पर पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगना है और इसकी सूची तैयार है। उम्मीद में है फरवरी व मार्च तक इंदौर में वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगी।

डॉ. संजय दीक्षित, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज

फ्रीजर की संख्या बढ़ा रहे, सीरिंज को रखने के लिए किए हैं इंतजाम

हमारे पास 63 डीप फ्रीजर में साढ़े साठ हजार लीटर वैक्सीन रखने की सुविधा है। जल्द ही 29 उपकरण हमें मिलेंगी जिसमें एक हजार की क्षमता और बढ़ेगी। इस तरह हमारे पास साढ़े नौ हजार लीटर वैक्सीन रखने की सुविधा हो जाएगी। इसके अलावा हमने 44 फोकल पॉइंट बनाए गए है, जहां पर करीब 70 हजार सीरिंज को रखने के इंतजाम किए गए है। 

डॉ. प्रवीण जड़िया, सीएमएचओ


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