REWA : कलेक्टर ने नव जीवन अभियान के लिये अधिकारियों को दी जिम्मेदारी

 

REWA : कलेक्टर ने नव जीवन अभियान के लिये अधिकारियों को दी जिम्मेदारी

जिले के कम पोषित बच्चों का पोषण स्तर में सुधार के लिये कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा नवाचार करके विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये नव जीवन अभियान एक जनवरी 2021 से शुरू किया गया है। अभियान का दूसरा चरण एक फरवरी को जिले भर में चलाया जायेगा। अभियान के तहत कम पोषित बच्चों के परिवार के बीच जाकर जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी उन्हें अतिरिक्त पोषण आहार की किट प्रदान करते हैं। साथ ही बच्चों के माता-पिता को बच्चे के पोषण स्तर में सुधार के संबंध में समझाइश दी जाती है। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग कम पोषित तथा कमजोर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करके उन्हें नि:शुल्क दवायें उपलब्ध करा रहा है। इन बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिये एक माह किये गये प्रयासों का मूल्यांकन भी नव जीवन अभियान में किया जायेगा। इसके लिये कलेक्टर ने विभिन्न अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। नव जीवन अभियान का जिला स्तरीय नोडल अधिकारी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े को बनाया गया है।

31 जनवरी से शुरू होगा पल्स पोलियो अभियान, वहीं दो फरवरी से छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पिलायी जाएगी पोलियो की दवा

अभियान के संबंध में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा है कि सभी ग्राम पंचायतों में जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा शहरी क्षेत्रों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी नव जीवन अभियान के लिये आवश्यक प्रबंध करेंगे। जनवरी माह में 2700 से अधिक कम पोषित बच्चों को गृह भेंट करके पोषण आहार दिया गया था। इन्हें फरवरी माह में भी पोषण आहार किट दिया जायेगा। इसके लिये एक फरवरी को पोषण आहार जिले भर में समारोह पूर्वक दिया जायेगा। बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार का मूल्यांकन भी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जायेगा। सभी एसडीएम अभियान की सतत निगरानी रखें। महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी अपने क्षेत्र के कम पोषित बच्चों की सूची जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को उपलब्ध करायें। सूची में शामिल बच्चों के गृह भेंट तथा उनका सर्वेक्षण करके निर्धारित प्रपत्र में जानकारी प्रस्तुत करें।

रीवा संभाग में अब तक 4675 को लगे कोरोना टीके

कलेक्टर ने कहा है कि सभी बीएमओ, एएनएम तथा आशा कार्यकर्ता की सहायता से प्रत्येक कम पोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करके उन्हें आवश्यक दवायें उपलब्ध करायें। अति गंभीर बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करायें। यदि कोई बच्चा गंभीर बीमारी से ग्रस्त पाया जाता है तो उसके उपचार तथा फॉलोअप की व्यवस्था करें। कलेक्टर ने परियोजना अधिकारी तथा सुपरवाइजर महिला एवं बाल विकास को उन सभी बच्चों के वजन तथा ऊंचाई के अनुसार पोषण की माप करने के निर्देश दिये हैं जिन्हें जनवरी में पोषण किट दी गई थी। कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा आम जनता से भी नव जीवन अभियान में सहयोग की अपील की है।

पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक ने 14.50 लाख रूपये की लागत से बनने वाले टैक्सी स्टैण्ड का किया शिलान्यास

Related Topics

Latest News