ALERT : रीवा मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से तीन मरीज की मौत, मरने वालों में दो सतना और एक रीवा का युवक : सात अभी भी भर्ती

 

ALERT : रीवा मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से तीन मरीज की मौत, मरने वालों में दो सतना और एक रीवा का युवक : सात अभी भी भर्ती

रीवा। विंध्य क्षेत्र में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस का कहर मंडराने लगा है। अब तक ब्लैक फंगस की पुष्टि होने के बाद तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 15 मई को पहली मौत सतना जिले के मैहर निवासी महिला की मेडिकल कॉलेज आते समय रास्ते में हो गई थी। जबकि 17 मई को रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत बेलवा सुरसा निवासी दूसरे ​युवक ने ब्लैक फंगस के संक्रमण बढ़ जाने के कारण दम तोड़ दिया। वहीं तीसरी मौत 18 मई को हुई।

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सतना जिले के रामनगर अंतर्गत गोविंदपुर निवासी युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। हालांकि तीन मौतों को लेकर अभी तक एक रूपता नहीं दिख रही है। रीवा मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार दो ही मौत मान रहे है। ब्लैक फंगस वार्ड में अभी भी 7 मरीज उपचाररत है। जो जिंदगी की जंग लड़ रहे है। अस्पताल सूत्रों की मानें तो ब्लैक फंगस के इलाज के लिए बीती शाम 100 इंजेक्शन आए है। जिससे उपचार मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है।

मैहर में पहली मौत

सतना जिले के मैहर निवासी महिला सर्दी जुकाम और बुखार से पीड़ित थी। कोविड 19 की जांच कराई तो पॉजिटिव पाई गई। चिकित्सकों ने महिला को होम आइसोलेट कर दवाईयां दी। आठ दिन बाद महिला कोरोना से रिकवर हो गई। संक्रमण मुक्त होने के बाद महिला घर पर ही आइसोलेट थी। इसके बाद एकाएक आंख और जबड़े में सूजन आ गई। महिला और परिजनों ने सर्दी की वजह से सूजन आना मानकर हल्के में लिया।

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दो दिन तक घर में ही इलाज लेते रहे। जब आराम नहीं मिला तो अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने स्क्रीनिंग के दौरान ब्लैक फंगस के लक्षण पाए गए। तभी आनन फानन में महिला को रीवा मेडिकल कॉलेज ​दाखिल कराया। जहां एमआरआई जांच के दौरान ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। मेडिकल प्रबंधन ने महिला का इलाज शुरू किया, लेकिन उसकी 15 मई को मौत हो गई।

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रीवा में दूसरी मौत

रीवा जिले के रायपुर कुर्चलियान थाना क्षेत्र के बेलवा सुरसा गांव ​का 32 वर्षीय युवक बीते माह संक्रमित हुआ था। तबियत​ बिगड़ने पर संजय गांधी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां युवक के नाक से खून आ रहा था। लेकिन उसे नहीं पता था कि नई समस्या आने वाली है। नाक से खून आने को लेकर वह कोरोना की जांच के दौरान स्टिक डालने की वजह से शायद खरोच आई होगी। जिसकी वजह से खून आ रहा है। जब आंखों में सूजन हुई तो तकलीफ बढ़ी। तब चिकित्सकों ने एमआरआई जांच के दौरान ब्लैक फंगस की पुष्टि की। संजय गांधी अस्पताल में दाखिल कराया तो 18 मई की शाम उसकी मौत हो गई।

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रामनगर में तीसरी मौत

सतना जिले के रामनगर अंतर्गत गोविंदपुर निवासी 39 वर्षीय युवक ने इलाज के दौरान रीवा मेडिकल में 18 मई को दम तोड़ दिया। बताया गया कि युवक सर्दी जुकाम और बुखार से पीड़ित था। उसने कोविड 19 की जांच कराई तो पॉजिटिव आने पर चिकित्सकों की सलाह पर एक दिन होम आइसोलेट रहा। तबियत बिगड़ने पर उसे रामनगर अस्पताल में दाखिल कराया गया। जब उसे आराम नहीं मिला तो सोमवार को गंभीर हालत में रामनगर अस्पताल से रैफर किया गया था। उन्होंने पीड़ित की नए सिरे से स्क्रीनिंग की तो ब्लैक फंगस के लक्षण मिले। पीड़ित की आनन फानन में एमआरआई जांच कराई गई तो उसमें भी ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। ऐसे में पीड़ित इजाल के दौरान 18 मई को रीवा मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया।

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