MP : भारत में इस तरह की पहली पहल : अब पारिवारिक मामलों में लोगों को थाने आने की जरूरत नहीं : भोपाल-जबलपुर और ग्वालियर से होगी इसकी शुरुआत

 

MP : भारत में इस तरह की पहली पहल : अब पारिवारिक मामलों में लोगों को थाने आने की जरूरत नहीं : भोपाल-जबलपुर और ग्वालियर से होगी इसकी शुरुआत

मध्यप्रदेश में अब पारिवारिक मामलों में लोगों को थाने आने की जरूरत नहीं है। मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और मध्यप्रदेश पुलिस एक पायलट प्रोजेक्ट का संचालन करने जा रहे हैं। इसमें पुलिस की ऊर्जा डेस्क (महिला हेल्प डेस्क) से आने वाले मामलों को ऑनलाइन मध्यस्थता के द्वारा सुलझाया जाएगा।

MP BOARD RESULTS : पहली बार 100% बच्चे होंगे पास, कल 10वीं बोर्ड के साढ़े 10 लाख स्टूडेंट्स का आएगा परीक्षा परिणाम : ऐसे देखें अपने रिजल्ट्स

यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, इसलिए दोनों पक्षों को घर से ही अपना पक्ष रखना होगा। इससे थाने में झगड़ा या विवाद होने की स्थिति भी खत्म हो जाएगी। महिला प्रकोष्ट भोपाल की DSP निधि सक्सेना ने बताया कि भारत में इस तरह की पहली पहल है। इस परियोजना को शुरू करने के लिए भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर कुल 3 जिलों में अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जा रहा है। सफल होने पर पर इसमें विस्तार किया जाएगा।

MP में मिली बड़ी छूट / कल से रात 10 बजे तक खुल सकेंगे बाजार ; 50% क्षमता के साथ सिनेमाघर चालू , रेस्टोरेंट्स को 100% छूट : शादी बारात में 100 तो अंतिम संस्कार में 50 को अनुमति

देश में पहला

उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश पहले राज्य होगा, जहां आम जनता को अपने विवादों को पूरी तरह से ऑनलाइन हल करने का अवसर मिलेगा। इसका फायदा यह होगा कि लोगों के समय की बचत के साथ ही यहां-वहां चक्कर लगाने की जरूरी नहीं होगी। ऑनलाइन होने से मामलों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने में मदद मिलेगी।

9 अगस्त से 12 अगस्त तक चलेगा विधानसभा का मानसून सत्र, 4 दिवसीय सत्र में होंगी कुल चार बैठकें

ट्रेनिंग भी दी गई

मध्य प्रदेश सिविल विधिक सेवा प्राधिकरण और पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा एक ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया जा चुका है। इसमें महिला अपराध प्रकोष्ठ जिला भोपाल के सहयोग से विभिन्न थानों में संचालित महिला ऊर्जा हेल्प डेस्क संचालकों की ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की गई। सभी को इसके फायदे और उसके उपयोग किए जाने के बारे में बताया।

14 जुलाई को शाम 4 बजे घोषित होगा दसवीं का रिजल्ट

पोर्टल पर होगी पूरी जानकारी

इसके साथ ही एक पोर्टल भी एक निजी कंपनी के सहयोग से पुलिस ने तैयार करवाया है। इस पर मामले की पूरी जानकारी अपडेट की जाएगी। इसका फायदा यह है कि संबंधित मामले के अपडेट को अधिकारियों और विभाग के साथ ही दोनों पक्ष ऑनलाइन देख सकेंगे। इससे उसे यह पता चल सकेगा कि उसके मामले में अभी क्या चल रहा है।

मंत्रालय में हुई डीपीसी की बैठक : 1989 बैच के IPS अफसरों को मिलेगा प्रमोशन, 9 अफसर होंगे DG रैंक में प्रमोट

पांच दिन में सुलझाई जाएगी समस्या

DSP निधि सक्सेना ने बताया कि पीड़ित के थाने या ऑन लाइन शिकायत पर पुलिसकर्मी उसकी समस्या सुनने के बाद उसकी पूरी जानकारी एक्सपर्ट को दे देंगे। इसमें वकील रहेंगे। वह दोनों पक्षों से वॉट्सऐप और मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क कर पूरी मामले को समझेंगे और दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का प्रयास करेंगे।

प्यार में धोखा इसलिए ठोंका : ब्रेकअप के बाद युवक ने गर्लफ्रेंड, उसके मामा और पड़ोसी को घर में घुसकर मारी गोली : फिर खुद आत्महत्या कर ली

इसमें सिर्फ इस तरह के विवादों को लिया जाएगा, जो अपराध की श्रेणी में नहीं आते हैं और बातचीत के माध्यम से सुलझाए जा सकेंगे। पांच दिन तक एक्सपर्ट दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को हल करने का प्रयास करेंगे। दोनों पक्षों की सहमति मिलने के बाद उन्हें वॉट्सएप के माध्यम से ही सहमति पत्र भी जारी किया जाएगा।

फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रमोशन लेने के मामले में IAS अफसर संतोष वर्मा गिरफ्तार : महिला को शादी का झांसा देकर ज्यादती का लग चूका है आरोप

इस दौरान दोनों पक्षों को एक आईडी दी जाएगी, ताकि वे मामले की स्टेटस देख सकें। पांच दिन बाद यह आईडी ऑटोमैटिक क्लोज हो जाएगा। अगर दोनों पक्षों के बीच समझौता नहीं होता है, तो उन्हें कानूनी सलाह दी जाएगी। उसके बाद पुलिस के पास मामला आ जाएगा।

Related Topics

Latest News