REWA : लूट सको तो लूट लो : संजय गांधी में अस्पताल प्रबंधन ने ठेकेदार को दी खुली लूट की छूट, बाइक के 20 तो कार की 40 रुपए पार्किंग शुल्क, आनाकानी की तो ठेकेदार के गुर्गे कॉलर पकड़कर निकल लेंगे पैसे
रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के संजय गांधी स्मृति हॉस्पिटल में पार्किंग शुल्क के नाम पर ठेकेदार के गुर्गे खुली लूट कर रहे है। यहां दो पहिया वाहन के 20 रुपए तो चार पहिया वाहन के 40 रुपए वसूले जाते है। यदि आप गुर्गों के मनमुताबिक रुपए दे दिए तो सब सही है। वहीं अगर आप नियम कानून की बात की तो वे कॉलर पकड़कर पैसे निकाल लेंगे।
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ऐसे में मनमर्जी की पार्किंग शुल्क के कारण सुबह से शाम तक रोजाना विवाद व नोंकझोक होती है। सूत्रों का दावा है कि नया ठेका न होने के कारण पुराने ठेकेदार को ही अस्पताल प्रबंधन ने पार्किंग वसूली का जिम्मा दे रखा है। जिससे पुराना ठेकेदार चलते चलाते लूट मचाए हुए है।
संभागभर से आते है मरीज
बता दें कि मेडिकल कालेज के अस्पताल में संजय गांधी स्मृति चिकित्सकालय, गांधी स्मृति चिकित्सालय और सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने संभाग के रीवा, सतना, सीधी व सिंगरौली जिले के मरीज इलाज कराने आते है। ऐसे में वाहनों के प्रवेश करते ही अराजकता की स्थितियां निर्मित हो जाती है। कोई यदि 15 मिनट के लिए भी अस्पताल परिसर में दाखिल हुआ तो कार को 40 और बाइक को 20 रुपए देने पड़ते है। जबकि यह शुल्क 24 घंटे के लिए निर्धारित है।
निरस्त हो चुका है पुराना ठेका
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पार्किंग का ठेका 45 लाख 44 हजार रुपए में महामृत्यूंजय ग्रुप एंड एजेंसी ने हासिल किया था। 7 जनवरी 2021 से एक साल की अवधि के लिए ठेका दिया गया था। लेकिन कुछ दिन बाद एजेंसी की लगातार शिकायतें मिलने लगी। साथ ही ठेका कंपनी ने नियमित रूप से किश्त की रकम भी नहीं जमा की। जिसके चलते बीते माह ठेका को निरस्त कर नए टेंडर का निर्णय लिया गया।
रसीद की जगह दे रहे वाहन पास
आरोप है कि संजय गांधी अस्पताल में पार्किंग के लिए जो वाहन पास की शुल्क निर्धारित है, वह 24 घंटे के लिए है। मतलब वाहन पास बनते ही मरीज के परिजन अस्पताल कई बार आ जा सकते है। जिसका शुल्क बाइक के लिए 20 रुपए तो कार के लिए 40 रुपए निर्धारित है। जबकि सामान्य लोगों के लिए बाइक का 10 रुपए और कार का 20 रुपए नियत है। लेकिन एसजीएमएच कैंपस में सभी को वाहन पास की रसीद थमाते हुए कहा जाता है कि यही शुल्क है।
नए ठेका तक लूट सको तो लूट लो
बताया गया कि ठेका निरस्त होने के बावजूद नए ठेका होने तक महामृत्यूंजय ग्रुप एंड एजेंसी को काम करने का अवसर दिया गया है। इस अवसर का फायदा एजेंसी भरपूर उठा रही है। ज्यादा से ज्यादा कमाई करने के लिए खुली लूट मचा रखी है। यदि कोई अस्पताल में वाहन लेकर प्रवेश कर गया तो उससे रुपए लेकर ही मानेंगे।