REWA : एक बार फिर क्रूरता से पिटाई का वीडियो वायरल : SP के संज्ञान में वीडियो आने बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया
रीवा। मध्यप्रदेश का रीवा जिला एक बार फिर क्रूरता से पिटाई का वीडियो सामने आया है। वीडियो में कुछ लोग दो भाइयों को घेर कर लाठी-डंडों से पीट रहे हैं। दोनों बचाने की गुहार लगा रहे हैं। भागने की कोशिश भी कर रहे हैं, लेकिन आरोपी उन्हें नहीं छोड़ रहे हैं। एसपी के संज्ञान में वीडियो में आने के पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया है।
यह घटना रविवार शाम की जिले के जवा थाने के सितलहा गांव के पास की है। पुलिस के मुताबिक विवाद पेड़ की डाल कटाई को लेकर हुआ था। पिटाई से एक दिन पहले सितलहा गांव निवासी विवेक दुबे और उसका छोटा भाई ब्रजेन्द्र दुबे पुत्र रमाशंकर पेड़ की डाल काट रहे थे। इस पर नगमा गांव निवासी फिरोज, अफरोज और हुसैन ने रोक दिया। अगले दिन जब दोनों भाई जा रहे थे तो उन्हें घेर कर पीटा गया है।
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने नगमा गांव निवासी फिरोज, अफरोज और हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है।
लाठी डंडों से पिटाई करते आरोपी
पीड़ित भाइयों ने बताया कि हम लोग पेड़ की डाल काटने गए थे। लेकिन आरोपी पक्ष ने पेड़ की डाल नहीं काटने दिया। ऐसे में वह लौटकर घर आ गए। फिर रविवार की शाम गांव से गुजर रहे थे तो तीन आरोपियों ने मिलकर लाठी डंडे से मारपीट कर लहूलुहान कर दिया था। घायलों की शिकायत के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पीड़ित भाइयों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा था।
सोशल मीडिया में पोस्ट के बाद रात में आरोपी गिरफ्तार
लोगों द्वारा क्रूरता पूर्ण पिटाई की घटना का सोशल मीडिया में जबरदस्त विरोध दिख रहा था। ऐसे में एसपी ने सोमवार की रात फेसबुक से पोस्ट पढ़कर संज्ञान लिया और रात में ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने रीवा जिले की जनता से अपील की है कि अमन चैन बिगाड़ने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
जांच अधिकारी कन्हैया सिंह की मानें तो मामला पहले दिन ही दर्ज हो गया था, लेकिन वीडिया दूसरे दिन सामने आया है। हालांकि वीडियो में आधा दर्जन लोग दिख रहे है। ऐसे में आरोपियों की संख्या बढ़ भी सकती है। साथ ही क्रूरता पूर्ण पिटाई के वीडियो की जांच डीएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे है। पड़ताल के बाद अगर अन्य लोगों के नाम सामने आएंगे तो और लोगों के नाम वारदात में शामिल हो सकते है।