IIT कानपुर प्रोफेसर राजेश रंजन की नई स्‍टडी : MP में आ सकती है कोविड की चौथी लहर?

 

IIT कानपुर प्रोफेसर राजेश रंजन की नई स्‍टडी : MP में आ सकती है कोविड की चौथी लहर?

कोरोना की लहर के बाद क्या चौथी लहर आ सकती है? ओमिक्रॉन और इसके सब वैरिएंट्स के बाद आगे क्‍या? वैज्ञानिक अब इस सवाल का जवाब खोजने में लगे हैं। IIT कानपुर के प्रोफेसर राजेश रंजन का दावा है कि जिन लोगों को ओमिक्रॉन का संक्रमण हो चुका है, उनमें नए सब वैरिएंट से संक्रमण का खतरा कम है। उन्होंने कहा कि वायरस की अगली लहरें लोकल स्तर पर ही असर दिखाएंगी। यह भी संभव है कि केस तेजी से बढ़ेंगे, लेकिन लोग जल्द ठीक भी हो जाएंगे। आश्वस्त हुआ जा सकता है कि पहली और दूसरी लहर जैसे हालात नहीं होंगे।

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IIT कानपुर की नई स्‍टडी बताती है कि ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट BA.2 से संक्रमित होने पर इम्‍युनिटी बढ़ना संभव है। अगर BA.1 से इन्‍फेक्‍शन हो चुका है, तब इसका खतरा बहुत कम है। प्रो. रंजन ने अपने गणितीय S-I-R मॉडल के जरिए महामारी का आकलन किया है। इसकी मुख्य वजह शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन और ओमिक्रॉन वैरिएंट है।

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ओमिक्रॉन लगभग सभी जगह पहुंच गया है। हमें सिर्फ ये देखना है कि नई लहर कितना नुकसान कर सकती है? उन्होंने कहा कि मलेरिया जैसे कई वायरस खत्म नहीं हुए हैं। हमें कोरोना के साथ रहना होगा, क्योंकि यह एंडेमिक फेज में पहुंच चुका है।

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मई-जून तक वायरस के पैटर्न पर नजर रखने की जरूरत

प्रो. रंजन के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि मई-जून तक वायरस के पैटर्न पर नजर रखनी होगी। पूरी संभावना है कि कोई नई लहर नहीं आई, तो वे इसे एंडेमिक घोषित कर देंगे। ओमिक्रॉन के BA.2 वैरिएंट से भी नई लहर नहीं आएगी। चौथी लहर का पैटर्न मलेरिया या चिकनगुनिया जैसा हो सकता है। मतलब, किसी एक क्षेत्र में कुछ दिनों तक असर और फिर सब ठीक। हमने इसके साथ जीना सीख लिया है। बहुत सारे नियमों को बदलना होगा।

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क्या आ सकती है एक और लहर?

सब-वैरिएंट BA.2 के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों के मन में एक और डर पैदा हो रहा है कि क्या इसके कारण कोरोना की एक और लहर आ सकती है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दुनियाभर से मिल रही रिपोर्ट चिंता बढ़ाने वाली जरूर है, लेकिन यह एक और लहर का कारण बन सकता है, इसकी आशंका फिलहाल कम ही है।

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IMA कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा है कि जिन लोगों को ओमिक्रॉन का संक्रमण हो चुका है, उनमें BA.2 से संक्रमण का खतरा कम है। यह कोई नया वायरस या स्ट्रेन नहीं है। BA.2 ओमिक्रॉन का ही एक उप-वंश है। यह देश में चौथी लहर का कारण बनेगा। इसकी आशंका फिलहाल नहीं है।

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क्या है BA.2

BA.2 ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट है। इसका उपनाम स्टेल्थ ओमिक्रॉन भी है। यह ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। अब दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। BA.2 कोविड स्ट्रेन को ओमिक्रॉन (BA.1) सब-स्ट्रेन माना जाता है, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखता है।

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