REWA : ठग जवान की कहानी जानिए उसी के दोस्त की जुबानी : ऐसे की थी करोड़ों की कमाई से शुरुआत : पढ़िए
BTC कंपनी की क्रिप्टो करेंसी स्कीम के नाम पर रीवा में सेना के जवान पुष्पेन्द्र यादव द्वारा ठगे गए लोगों से मीडिया ने बातचीत की है। फोन पर चर्चा के दौरान आकाश मिश्रा ने बताया कि जालसाजी कर करोड़ों रुपए डकारने वाले फौजी ने पहला शिकार मुझे बनाया था। क्योंकि मैं उसके बचपन का दोस्त और गांव का पड़ोसी भी था। पुणे में रियल स्टेट और होटल कारोबार करने वाले आकाश मिश्रा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में लॉकडाउन लगते ही 21 अप्रैल 2021 को गांव आ गया।
इसी बीच, फौजी पुष्पेन्द्र यादव मेरे घर पहुंच गया। जहां दोनों ने एक-दूसरे के रोजगार और बिजनेस की जानकारियां साझा कीं। वह मेरी BMW कार और रहन-सहन देखकर चकरा गया। उसने मुझे अच्छी जगह पर पैसे इंवेस्ट करने का लालच दिया। कहा कि आज कल हम फौजी लोग म्यूचुअल फंड को छोड़ क्रिप्टो करेंसी स्कीम में पैसे लगाते हैं। आप भी थोड़ा इन्वेस्टमेंट करिए। हालांकि मैने दिलचस्पी नहीं दिखाई। क्योंकि ऐसी कोई स्कीम चलती ही नहीं थी। फिर भी वह पीछे पड़ा रहा।
लॉकडाउन खत्म, मैंने की पुणे जाने की तैयारी
कुछ दिन बाद वह फिर घर पहुंच गया। कहा- भैया क्या करना है। मैंने पुणे निकलने के लिए बोला। उसने कहा कि मैं कभी BMW कार में नहीं बैठा। आप पुणे जा रहे हैं, तो मैं आपकी गाड़ी साथ चलता हूं। पुणे पहुंचने पर फौजी अपने दोस्त आकाश मिश्रा के साथ उसके दोस्तों से मिलना जुलना चालू कर दिया। सबको आर्मी का आई कार्ड दिखाकर ठगी का प्लान समझाता था।
एक लाख के बदले 10 हजार रुपए ज्यादा दिए
मूलत: लौर थाना अंतर्गत उरूआ गांव निवासी आकाश मिश्रा ने बताया कि अंतत: बचपन का दोस्त और फौजी समझकर एक लाख रुपए दिए। कुछ दिन बाद फौजी ने कहा कि भैया 10 हजार रुपए ब्याज आ गई है, क्या करना है। मैंने कहा आगे और लगा दो। कुछ दिन बाद भरोसा कर एक लाख और दिए। मतलब उसकी कंपनी में दो लाख रुपए लगा दिए। जिसमें कुछ ही दिनों में बताया कि यह राशि बढ़कर 2 लाख 20 हजार हो गई है। इसके बाद 5 लाख रुपए और दे दिए। एक लाख की जरुरत पड़ी, तो उसने फोन-पे कर दिया। इस तरह विश्वास जमता गया। आकाश ने बताया कि हमको मोहरा बनाकर हमारे रिश्तेदारों से 2.68 करोड़ रुपए की ठगी हुई है।
चाचा-बुआ सब ठगे गए
फौजी दोस्त की कंपनी में आकाश की बुआ, चाचा सबने पैसे जमा किए और ठगे गए। बताया गया है कि 28 नवंबर से वह गोलमोल करने लगा। उधर, वह लग्जरी कार खरीद चुका था। आलीशान घर भी बनवाया। तब लगा कि कहीं न कहीं मामला गड़बड़ है। जिस पर पुलिस से शिकायत की। वहीं फौजी ने आकाश के भाई के माध्यम से भी कई लोगों से रुपए जमा कराए हैं। ऐसे में आदर्श तिवारी ने 21 लाख रुपए फौजी की कंपनी में जमा किए। इस तरह रुपए जमा करने का सिलसिला बढ़ता ही गया।
बेटियों की शादी करने वालों को सबसे ज्यादा ठगा
दावा है कि ठगी के शिकार हुए ज्यादातर ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपनी बेटियाें की शादी के लिए रुपए जमा कर रखे थे। उन्हें लगा कि इस कंपनी में पैसा जमा करने से बढ़कर पैसे मिलेंगे। जिससे बेटी की शादी और अच्छी तरह करेंगे, लेकिन अब इन लोगों की चिंता यह है कि बेटियों के हाथ कैसे पीले हो पाएंगे। ठगी के शिकार हुए लोगों ने फौजी से पूछा कि तुम ड्यूटी में नहीं जाते तो वह यहां तक कह गया कि मनमाफिक छुट्टी के लिए एक लाख रुपए हर माह सूबेदार को देता हूं।
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