MP : 15 जून तक लागू लॉकडाउन के बाद और छूट के CM शिवराज ने दिए संकेत : आज प्रदेश में पॉजिटिविटी सिर्फ 0.3% रह गई
मध्यप्रदेश में 15 जून तक लागू लॉकडाउन के बाद और छूट दिए जाने के संकेत CM शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं। उन्होंने क्राइसिस मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहा कि आज प्रदेश में बहुत ही सुखद स्थिति है। कोरोना के सिर्फ 276 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। सबकुछ चलाना है, लेकिन सावधानी रखना जरूरी है। वैसे नहीं होंगे, लेकिन कैसे होगा यह तय होगा। कब तक लॉक रहेगा। इसलिए संक्रमण को रोकते हुए सबकुछ चलाना है।
टीम ने बहुत ही अच्छा काम किया है। अगर संक्रमण को नियंत्रित करना था, तो हमने ऊपर से नियंत्रित नहीं किया, हमने नीचे से नियंत्रित करने का काम किया। पंचायतों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी, वार्ड ब्लॉक और जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने सारा दायित्व सम्भाला।
दिल्ली से लेकर MP तक संकेत : सिंधिया की मोदी कैबिनेट में एंट्री जल्द, मिल सकती है रेलवे की कमान
सिर्फ तीन शहर ही दो अंकों पर हैं
अभी सिर्फ तीन शहर भोपाल, इंदौर और जबलपुर में की कोरोना केस दो अंकों पर हैं। इसमें से भी जबलपुर में तो यह 13-14 पर आ गए हैं। हम लगभग नियंत्रण के आसपास पहुंच गए हैं। आज प्रदेश में पॉजिटिविटी सिर्फ 0.3% रह गया है। शायद में देश में सबसे कम है।
पूरी जिम्मेदारी क्राइसिस मैनेजमेंट
क्या खोलना है? क्या बंद करना है? इलाज के काम, जनता को कैसे एजुकेट करना है। इसके कारण हमारी एक अद्भुत टीम बन गई। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के काम, कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की चर्चा पूरे देश में हुई। मप्र मॉडल के नाम से इसे जाना गया। आज मप्र बहुत ही सुखद स्थिति है। बीस जिले ऐसे हैं, जहां एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। हम लगभग नियंत्रण की स्थिति में पहुंच गए हैं। आपने जनता के साथ जो परिश्रम किया वह अद्भुत है। मैं आप सभी के परिश्रम को प्रणाम करता हूं
तीसरी लहर दिखाई दे रही
सभी देशों में कोरोना के केस लॉकडाउन खुलने के बाद बढ़ गए हैं। तीसरी लहर दिखाई दे रही है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का काम खत्म नहीं हुआ। ये ऐसा ढांचा बन गया है, जिसको हम बनाए रखना चाहते हैं। ये काम क्या करेगा इस पर आपके सुझाव चाहता हूं। नंबर एक जरूरत है- सावधान रहने की। हम निश्चिंत ना हो जाएं।
हर राज करीब 80 हजार टेस्ट करेंगे
हम प्रदेश में 80 हजार टेस्ट रोज करेंगे। जिले के हर हिस्से में हमें टेस्ट करना है। कोई छिपा पेशेंट भी ना छूटे। पॉजिटिव केस में से प्रत्येक की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करेंगे। संपर्क में आए लोगों का भी टेस्ट होगा। जो पॉजिटिव है अभी भी उसे आइसोलेशन में रखें। घर में या कोविड केयर सेंटर हम चलाएंगे वहां रखें। किल कोरोना अभियान अपना चलता रहेगा। गांव में सर्दी, जुखाम, बुखार वहां तत्काल दवाई दें।
इस पर खास ध्यान रखना है
ग्राहक, दुकानदार क्या करेगा? सड़क पर चलने वालों का व्यवहार क्या होगा? शादी-विवाह में कितने लोग होंगे? ये क्राइसिस मैनेजमेंट को रोकना भी है और करवाना भी है? कोविड संक्रमण को रोकने के अनुकूल व्यवहार जरूरी है। जहां केस आ गयाश् वहां माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बना दिए जाएंगे।
सबको अपनी जिम्मेदारी समझना होगा
मेरी आपसे अपील है। सरकार टेस्ट करेगी। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी इसका पालन करवाएगी। जितनी जवाबदारी मेरी है, उतनी ही जवाबदारी आपकी भी है। टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण है।
जुलाई में पर्याप्त डोज होंगे
जुलाई से हमें पर्याप्त डोज मिलना शुरू हो जाएंगे। डोज वेस्ट ना जाए इसकी व्यवस्था करें। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अपने-अपने जिले में व्यवस्था बनाएंगे।
सभी मिलकर काम करें, आगे आएं
टीकाकरण मुक्त गांव, आप स्लोगन सोचिए। आपके फोटो के साथ होर्डिंग लगाइए, लोगों से अपील कीजिए, आपको लीड करना है। एजुकेट करने के क्या-क्या तरीके हो सकते हैं। ये आपको तय करना है। आप यूनिक आइडियाज खोजिए। मप्र को एक अलग मॉडल बनाना है। कोविड-19 के प्रति जागरुकता के लिए क्षेत्रीय भाषा में गीत तैयार कर भी लोगों को जागरुक किया जा सकता है। प्रयास अलग-अलग तरीके से किए जा सकते हैं, लेकिन ध्येय हम सबका कोरोना की रोकथाम ही है।